संजय तिवारी के मन में दिलà¥à¤²à¥€ की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ बà¥à¤²à¥‰à¤—र मीट से सहसा विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ हà¥à¤† है। लिखते हैं, “निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से इस à¤à¥‡à¤‚टवारà¥à¤¤à¤¾ के पीछे कोई वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• नजरिया है. सà¥à¤ªà¤¾à¤‚सरों का खेल है. और जहां वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• नजरिया और सà¥à¤ªà¤¾à¤‚सर पहà¥à¤‚च जाते हैं वहां आयोजन हमेशा निमितà¥à¤¤ बनकर रह जाते हैं. होता यह है कि आयोजन सà¥à¤ªà¤¾à¤‚सरों […]
à¤à¤¸à¥€ ख़बर से इंडिया का कà¥à¤¯à¤¾ फायदा होगा दोसà¥à¤¤? कà¥à¤› कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ काम करो à¤à¤¾à¤ˆ. इंजीनियरà¥à¤¸, डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¸, सà¥à¤Ÿà¥‚डेंटà¥à¤¸, किसान, सैनिक, मंतà¥à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ कर रहे हैं बताओ. इंडिया सà¥à¤ªà¤° पावर कैसे बनेगा यह बताओ. हीरो – हीरोइन की ख़बर से आगे नही बढ़ेगा देश. जोश-18 पर à¤à¤• फालतू फिलà¥à¤®à¥€ खबर पर उरà¥à¤—à¥à¤¯à¥‡ के à¤à¤• पाठक सà¥à¤¨à¥€à¤² की […]