10 नवंबर 2009 को हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤— जगत के सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• उपकà¥à¤°à¤® चिटà¥à¤ ा चरà¥à¤šà¤¾ ने अपनी à¤à¤• हजारवीं पोसà¥à¤Ÿ छापी। लेखों के बाॠसे अपनी रà¥à¤šà¤¿ या काम की जानकारी पाने के लिये चिटà¥à¤ ा चरà¥à¤šà¤¾ जैसे मंचों की ज़रूरत हमेशा बनी रहेगी। देखना यह है कि कà¥à¤¯à¤¾ समय के अनà¥à¤°à¥‚प ये अपने को ढाल कर सफलता के नये परचम लहराते हैं या फिर यही कलेवर बनाये रख अपनी लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ और उपयोगिता को बरकरार रख पाते हैं।