फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ देखता हूà¤? मà¥à¤à¥‡ अचà¥à¤›à¤¾ लगता है। हम सà¤à¥€ आकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨, जल और हवा पर जीते हैं पर मन की खà¥à¤°à¤¾à¤• कà¥à¤› और ही होती है। फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¾à¤¤à¥€ हैं। जब कà¤à¥€ मन खराब होता है तो यह मà¥à¤à¥‡ गà¥à¤¦à¤—à¥à¤¦à¤¾à¤•र हंसा देती है, जब अकेला होता हूठतो मेरा साथ देती हैं, जब परिवार और […]