Jan 13, 2007
हर उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ का à¤à¤• जीवन चकà¥à¤° होता है। जब वरà¥à¤¡à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ का पदारà¥à¤ªà¤£ हà¥à¤† तो लगा था कि बà¥à¤²à¥‰à¤—र के दिन लद गये। पहले जो लोग बà¥à¤²à¥‰à¤—र की मà¥à¤«à¥à¤¤ होसà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग की वजह से अटके थे, वरà¥à¤¡à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ डॉट कॉम के होसà¥à¤Ÿà¥‡à¤¡ हल के आने के बाद वे à¤à¥€ पलायन कर गये। बà¥à¤²à¥‰à¤—र जब बीटा से बाहर निकला […]