आज के दैनिक à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•र में मनोहर पà¥à¤°à¥€ ने अपने à¤à¤• लेख* में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बिंदू पर चरà¥à¤šà¤¾ की है। कà¥à¤¯à¤¾ वोट डालना अनिवारà¥à¤¯ कर देना चाहिà¤? हालांकि लेखक के इस तरà¥à¤• से मैं कतई सहमत नहीं कि वोट न डालने वालों को सरकार के कलापों पर नà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾ चीनी का हक नहीं होना चाहिठपर हाठ[…]
शैल ने मेरे चिठà¥à¤ े “राजनीतिक योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ हो” पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ लिखी हैः बीजेपी को सोनिया से कà¥à¤¯à¤¾ समसà¥à¤¯à¤¾ है ये तो वो ही बता सकते हैं,लेकिन मà¥à¤à¥‡ जो बात खटकती है वो है काà¤à¤—à¥à¤°à¥‡à¤¸ की कà¥à¤¨à¤¬à¤¾à¤ªà¤°à¤¸à¥à¤¤à¥€à¥¤ आखिर ये लोग नेतृतà¥à¤µ के विचारों का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने के बजाय इस बात पर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बल देते रहते हैं […]
सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर नया दल बना देने वाले शरद पवार उनसे राजनीतिक गठजोड़ के लिठतैयार हैं। जो मौका परसà¥à¤¤à¥€ न करें वो नेता à¤à¤²à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ नेता! à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ à¤à¥€ इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ को गरमाने के लिठतैयार है। कà¥à¤› ही दिनों पहले अटलजी à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मूल के बॉबी जिंदल के लूसियाना के […]
वीर सांघवी का कहना है (काफी हद तक मेरे विचारों से मिलता है) “वाजपेयी का कद हमें à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की असली सूरत देखने से रोक देता है। समीकरण से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ निकाल तो हमें à¤à¤¸à¥‡ लोगों का दल मिलेगा जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सामà¥à¤¹à¤¿à¤• हतà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से गिला नहीं, जो साधà¥à¤“ं से राजनीतिक परामरà¥à¤¶ लेते हैं और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ रणनीतियां बनाने […]