नà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥€ ने मेज़बानी की तीसरी अनà¥à¤—ूà¤à¤œ की, और विषय à¤à¤¸à¤¾ था जिस पर à¤à¤• अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—र लगातार लिखते रहे हैं, “द à¤à¤•ारà¥à¤¨” के रचनाकार, सिंगापà¥à¤° में बसे, नितिन पई। पेशे से दूरसंचार इंजीनियर नितिन à¤à¤• पà¥à¤°à¤–र व मौलिक चिटà¥à¤ ाकार हैं। अपने चिटà¥à¤ े में वे दकà¥à¤·à¤¿à¤£â€ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤ˆ राजनैतिक और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• परिदृशà¥à¤¯ पर खरी खरी लिखतें हैं, […]
पà¥à¤°à¥à¤¨à¤µà¤¾à¤¸ का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ केवल हथियार डाल चà¥à¤•े आतंकवादियों के लिठही नहीं वरनॠसमाज के पूरà¥à¤µà¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ के शिकार अनेक वरà¥à¤—ों के परिपà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक है, चाहे वो परितà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ या वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से पीड़ित महिलाà¤à¤ हों, किनà¥à¤¨à¤°, अपंग, सजा à¤à¥à¤—त चà¥à¤•े अपराधी हों, या à¤à¤¡à¥à¤¸ जैसी कलंकित बीमारियों के पीड़ित। इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤§à¤¾à¤°à¤¾ में शामिल करने, अपने साथ […]