गोविंदा ने किसी को सरेआम थपà¥à¤ªà¥œ मारा, पर…
यह थपà¥à¤ªà¥œ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने:
- उन पतà¥à¤°à¤•ारों और संपादकों को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं मारा जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह खबर और थपà¥à¤ªà¥œ की कà¥à¤²à¤¿à¤ªà¤¿à¤‚ग के डेड़ हजार लूप बनाकर आनन फानन तैयार की गई फà¥à¤¸à¥à¤¸ रपट बà¥à¤°à¥‰à¤¡à¤•ासà¥à¤Ÿà¤¨à¥€à¤¯ लगती है?
- या उन नेताओं को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं मारा जो à¤à¤¾à¤°à¤¤ रतà¥à¤¨ के नाम पर राजनीति कर रहे हैं और बेचारे वाजपेयी जी के जीवन à¤à¤° के यश की कमाई पर बटà¥à¤Ÿà¤¾ लगा रहे हैं?
- या फिर टाईमà¥à¤¸ आफ ईंडिया के उन खेल संपादकों को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं मारा जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खेल पनà¥à¤¨à¥‡ पर टेनिस खिलाड़ियों के चडà¥à¤¡à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨à¤¾ चितà¥à¤° और फà¥à¤Ÿà¤¬à¤¾à¤² खिलाड़ियों के उनकी पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤•ाओं के सेकà¥à¤¸ संबंधों की चटखारेदार खबर छापे बिना तनखà¥à¤µà¤¾à¤¹ नहीं दी जाती?


डैसà¥â€à¤• पर काम करते वकà¥â€à¤¤ à¤à¤• उपसंपादक की कई सीमाà¤à¤‚ होती हैं. मसलनॠतसà¥â€à¤µà¥€à¤°à¥‹à¤‚ के मामले को ही लें. तसà¥â€à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ लगना लाजिमी हैं. टेनिस खेलने वाली कनà¥â€à¤¯à¤¾à¤“ं के वसà¥â€à¤¤à¥à¤° बहà¥à¤¤ छोटे होते हैं इस कारण जब वे à¤à¤•à¥â€à¤¶à¤¨ में होती हैं तो उनके अधोवसà¥â€à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ अकà¥â€à¤¸à¤° नजर आ जाते हैं. लेकिन मà¥à¤à¥‡ नहीं लगता कि कोई खेल के पनà¥â€à¤¨à¥‹à¤‚ पर चडà¥à¤¡à¥€ देखने की उमà¥â€à¤®à¥€à¤¦ से जाता है. ऑसà¥â€à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¨ ओपन की सारी तसà¥â€à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ à¤à¤ªà¥€, à¤à¤à¤«à¤«à¤ªà¥€, डीपीठया रायटरà¥à¤¸ जैसी विदेशी à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों से आती हैं. अब यहां डैसà¥â€à¤• पर बैठे à¤à¤• उप संपादक को उनà¥â€à¤¹à¥€à¤‚ में से चà¥à¤¨à¤¨à¤¾ होता है जो à¤à¤œà¥‡à¤‚सी से à¤à¥‡à¤œà¤¾ जाता है. मैने खेल डैसà¥â€à¤• पर संपादक की हैसियत से काफी समय काम किया है और तक किया जब इंटरनैट का असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥â€à¤µ à¤à¥€ नहीं था. तसà¥â€à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ तक à¤à¥€ छापना पड़ती थीं. पिछले फà¥à¤Ÿà¤¬à¥‰à¤² विशà¥à¤µà¤•प के दौरान दरà¥à¤¶à¤•दीरà¥à¤˜à¤¾ में मौजूद सैकà¥â€à¤¸à¥€ कपड़ों में सजी धजी लड़कियों की तसà¥â€à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ नहीं छापने के कारण अखबार के दफà¥à¤¤à¤° में फोन आते थे लोगों ने मांग की. बà¥à¤°à¤¾à¤œà¥€à¤² की टीम के मैचों के दौरान दरà¥à¤¶à¤• दीरà¥à¤˜à¤¾ में सांबा डांसरà¥à¤¸ और कारà¥à¤¨à¤¿à¤µà¤¾à¤² के दौरान परेड में पहने जाने वाले कपड़ों में सजी लड़कियों की अरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨à¤—à¥â€à¤¨ तसà¥â€à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ छापने के लिठजितनी तगड़ी पबà¥à¤²à¤¿à¤• डिमांड होती है, उसकी पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ आप किसी à¤à¥€ खेल डैसà¥â€à¤• के संपादकों से कर सकते हैं. मैंने टाइमà¥â€à¤¸ ऑव इंडिया के दफà¥à¤¤à¤° में कà¤à¥€ काम नहीं किया लेकिन मà¥à¤à¥‡ विशà¥â€à¤µà¤¾à¤¸ है कि मेरे जैसे सैकड़ों संपादक यह तसà¥â€à¤¦à¥€à¤• कर देंगे कि खेल के पेजों पर अशà¥â€à¤²à¥€à¤²à¤¤à¤¾ को कोई पà¥à¤°à¤¶à¥à¤°à¤¯ नहीं देता. सबका फोकस खेलों पर ही होता है. खेल का गà¥â€à¤²à¥ˆà¤®à¤° अपने आप में बहà¥à¤¤ है जनाब. कृपया टाइमà¥â€à¤¸ ऑव इंडिया को सबका पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ नहीं मानें. मेरी बात आपकी टिपà¥â€à¤ªà¤£à¥€ से अलग दिख रही है लेकिन जो आरोप आप टाइमà¥â€à¤¸ पर लगा रहे हैं, वह पà¥à¤°à¤•ारांतर से सà¤à¥€ करते हैं इसलिठसोचा कि मैं à¤à¥€ कà¥à¤› कहूं. तथापि आपकी टिपà¥â€à¤ªà¥â€à¤£à¥€ से सहमत हूं.