चिटà¥à¤ ा विशà¥à¤µ का नया संसà¥à¤•रण
हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ों के संसार की अनंतर दासà¥à¤¤à¤¾à¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करने के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ में कà¥à¤› सà¥à¤§à¤¾à¤° के बाद, चिटà¥à¤ ा विशà¥à¤µ नठरà¥à¤ª में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है, जिसमें चिटà¥à¤ ाकार व चिटà¥à¤ ा परिचय के सà¥à¤¤à¤‚ठजोड़े गठहैं। पदà¥à¤®à¤œà¤¾ और नीरव का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करना चाहà¥à¤à¤—ा जिनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ इस कारà¥à¤¯ में योगदान दिया है। जनà¤à¤¾à¤—ीदारी की अपेकà¥à¤·à¤¾ रखते हà¥à¤ आपका à¤à¥€ सहयोग चाहता हूà¤à¥¤ अपनी राय से मà¥à¤à¥‡ अवगत करावेंगे तो खà¥à¤¶à¥€ होगी। चिटà¥à¤ ाकारों के परिचय के लिठमैं वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त रूप से चिटà¥à¤ ाकारों को लिख रहा हूà¤, पर कई दफा ईमेल पता उपलबà¥à¤§ न होने के कारण हो सकता है सà¤à¥€ को न लिख पाऊं, इस लेख को आमंतà¥à¤°à¤£ मान कर आप मà¥à¤à¥‡ चिटà¥à¤ ा विशà¥à¤µ पर मौजूद विधि दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संपरà¥à¤• कर सकते हैं। यदि आप किसी हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ े की समीकà¥à¤·à¤¾ करना चाहें तो उतà¥à¤¤à¤®, कà¥à¤› और विषय पर सार गरà¥à¤à¤¿à¤¤ लेख लिखना चाहें तो संकोच न करें। चौपाल में चरà¥à¤šà¤¾ करना चाहें तो अकà¥à¤·à¤°à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® तो है ही।
पà¥à¤¨à¤¶à¥à¤šà¤ƒ [21 Aug 1007]: चिटà¥à¤ ा विशà¥à¤µ माईजावासरà¥à¤µà¤° के ठपà¥à¤ª पड़ने से अब बंद है। इसका पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ गà¥à¤°à¥ˆà¤¬ बाद में जोड़ा गया है। मेरे पास साईट का कोई उपलबà¥à¤§ चितà¥à¤° नहीं था अतः ये à¤à¤• वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में चलते पेज का है।
देवाशीषजी,
देखा-देखी हमने à¤à¥€ चिटà¥à¤ े बनाये हैं. फà¥à¤°à¤¸à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ (http://www.fursatiya.blogspot.com) और ठेलà¥à¤¹à¤¾ (http://www.theluwa.blogspot.com).
कà¥à¤¯à¤¾ उसे à¤à¥€ आपकी मोहलà¥à¤²à¥‡ चौपाल में जगह मिल सकती है?
सà¥à¤µà¤¾à¤—त का शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾. हमने बहà¥à¤¤ कोशिश की पर बात लिख नहीं पाया चौपाल पर सो अपने चिटà¥à¤ े में लिखना पडा. पढिये न फà¥à¤°à¤¸à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾.