बढ़ती आरà¥à¤¥à¤¿à¤• असमानता: à¤à¤¾à¤°à¤¤ के विकास मॉडल पर सवालिया निशान
बीसी की इस हालिया रपट को पॠकर काफी चिंता हà¥à¤ˆà¥¤ इसके मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• संरचनातà¥à¤®à¤• असमानता और तकनीकी बदलाव à¤à¤¾à¤°à¤¤ के उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ बाजार और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ªà¤µà¤•à¥à¤° को नया आकार दे रहे हैं।
- à¤à¤¾à¤°à¤¤ की 140 करोड़ आबादी में से लगà¤à¤— 70% यानि तकरीबन 100 करोड़ के पास विवेकाधीन खरà¥à¤š करने की शकà¥à¤¤à¤¿ नहीं है। “उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ वरà¥à¤—” या महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कà¥à¤°à¤¯ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ वाले लोगों की संखà¥à¤¯à¤¾ लगà¤à¤— 13-14 करोड़ है।
- à¤à¤¾à¤°à¤¤ के धनवान लोग और अधिक अमीर होते जा रहे हैं, जबकि गरीब अपनी कà¥à¤°à¤¯ शकà¥à¤¤à¤¿ खो रहे हैं। शीरà¥à¤· 10% à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ के पास अब राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आय का 57.7% हिसà¥à¤¸à¤¾ है, जो 1990 में 34% था, जबकि निचले आधे हिसà¥à¤¸à¥‡ का हिसà¥à¤¸à¤¾ 22.2% से घटकर 15% हो गया है।
- कंपनियाठपà¥à¤°à¥€à¤®à¤¿à¤¯à¤® उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚, जैसे कि लकà¥à¤œà¤°à¥€ आवास और हाई-à¤à¤‚ड सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤«à¥‹à¤¨ पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ करके तेजी से अमीरों को लकà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर रही हैं, जबकि किफायती विकलà¥à¤ª संघरà¥à¤· कर रहे हैं। बà¥à¤°à¤¾à¤‚डेड सामान और “अनà¥à¤à¤µ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾”, जिसमें अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कलाकारों के संगीत कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® शामिल हैं, फल-फूल रहे हैं।
- कोविड महामारी के बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ की रिकवरी असमान रही है, जिसमें अमीरों को अनà¥à¤ªà¤¾à¤¤à¤¹à¥€à¤¨ रूप से लाठहà¥à¤† है। वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ बचत में à¤à¤¾à¤°à¥€ गिरावट आई है, और आम जनता के बीच करà¥à¤œ का बोठबढ़ गया है।
- घरेलू वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ बचत 50 साल के निचले सà¥à¤¤à¤° पर है, जिसका असर मधà¥à¤¯à¤® वरà¥à¤— के सामान और सेवाओं पर खरà¥à¤š पर पड़ रहा है।
- सà¥à¤µà¤šà¤¾à¤²à¤¨ और à¤à¤†à¤ˆ वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ-कॉलर जॉब के अवसरों को कम कर रहे हैं, खासकर नियमित लिपिक à¤à¥‚मिकाओं में। यह à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सेवा-संचालित अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के लिठजोखिम पैदा करता है और खपत को और कम कर सकता है।
इससे लगता है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का सà¥à¤µà¤°à¥‚प जिस तेजी से बदल रहा है, उसमें अमीर और गरीब के बीच की खाई लगातार चौड़ी होती जा रही है। यह सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ केवल आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास को ही नहीं, बलà¥à¤•ि सामाजिक संतà¥à¤²à¤¨ और राजनीतिक सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ को à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कर सकती है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सामने अब यह चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ है कि वह अपनी विकास नीतियों में à¤à¤¸à¥‡ बदलाव लाà¤, जो समावेशी विकास को बढ़ावा दें और अधिक से अधिक नागरिकों को आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास का लाठपहà¥à¤‚चा सकें। इसके लिठकौशल विकास, छोटे और मधà¥à¤¯à¤® उदà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨, और गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ रोजगार सृजन पर जोर देना होगा। केवल तà¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤• सचà¥à¤šà¥‡ अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ में आरà¥à¤¥à¤¿à¤• महाशकà¥à¤¤à¤¿ बन सकेगा, जहां विकास न केवल आंकड़ों में, बलà¥à¤•ि हर नागरिक के जीवन सà¥à¤¤à¤° में à¤à¥€ परिलकà¥à¤·à¤¿à¤¤ हो।
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