निरंतर काउंटडाउन à¤à¤¾à¤— 6 देबाशीष ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ पूछा कि मैं निरंतर का किस तरह का हिसà¥à¤¸à¤¾ बनना चाहूà¤à¤—ा, इसका उतà¥à¤¤à¤° तो केवल यही हो सकता है कि मैं सबसे अचà¥à¤›à¤¾ हिसà¥à¤¸à¤¾ होना चाहूà¤à¤—ा। लेकिन शायद अचà¥à¤›à¤¾ हिसà¥à¤¸à¤¾ होने के लिà¤, काम कà¥à¤› अधिक करना पड़ सकता है, इसलिठअगर सबसे बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ हिसà¥à¤¸à¤¾ न à¤à¥€ बन […]
निरंतर काउंटडाउन à¤à¤¾à¤— ५ जब चिटà¥à¤ ाकारी शà¥à¤°à¥ की लगà¤à¤— उसी समय निरंतर से à¤à¥€ परिचय हà¥à¤†à¥¤ पहली बार पढकर बहà¥à¤¤ आनंद आया। इसलिये कि à¤à¤• तो पढने का कà¥à¤› और मसाला मिला और दूसरे इसलिये कि ये पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा कà¥à¤› अलग किसà¥à¤® की लगी थी। अनà¥à¤¯ जाल पतà¥à¤°à¤¿à¤•ाओं से अलग इस मायने में थी कि कहानी […]
निरंतर काउंटडाउन à¤à¤¾à¤— 4 निरंतर को इसके पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठसे ही लेखन और पà¥à¤°à¤•ाशन की à¤à¤•ाधिक विधाओं की वरà¥à¤£à¤¸à¤‚करी (हाईबà¥à¤°à¥€à¤¡) के रूप मे देखता रहा हूà¤à¥¤ इनà¥à¤Ÿà¤°à¤¨à¥‡à¤Ÿ पर होते हà¥à¤ à¤à¥€ माह में à¤à¤• ही बार ‘टपकती’ निरंतर इलेकà¥à¤Ÿà¥‰à¤¨à¤¿à¤• माधà¥à¤¯à¤® वाली दà¥à¤°à¥à¤¤ अविरलता से नहीं बहती। वहीं हर अंक के पà¥à¤°à¤•ाशन से ही दà¥à¤µà¥€à¤¦à¤¿à¤¶à¥€ संवाद के […]
निरंतर काउंटडाउन à¤à¤¾à¤— 2 बिलà¥à¤•à¥à¤² यही वजह है कि निरंतर, सिरà¥à¤« à¤à¤• मैगैज़ीन नहीं, बà¥à¤²à¥‰à¤—ज़ीन है। निरंतर के लेखों में सिरà¥à¤« संपादक मंडल की ही नही, इसके लेखकों की ही नही वरनॠआपकी राय à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ होनी चाहिà¤à¥¤ इसी कड़ी में निरंतर के अगसà¥à¤¤ अंक में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिया जा रहा है à¤à¤• नया सà¥à¤¤à¤‚ठ“जनमंच“। […]
निरंतर काउंटडाउन à¤à¤¾à¤— १ निरंतर à¤à¤• अà¤à¤¿à¤¨à¤µ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— रहा है। यह पहली à¤à¤¸à¥€ पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा है जो न केवल गैरपेशेवर पà¥à¤°à¤•ाशकों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निकाली जाती है बलà¥à¤•ि पाठकों को पà¥à¤°à¤•ाशित लेखों पर तà¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करने का मौका à¤à¥€ देती है। इस तरह ये सिरà¥à¤« ज़ीन नहीं, विशà¥à¤µ की पà¥à¤°à¤¥à¤® बà¥à¤²à¥‰à¤—ज़ीन बन सकी। किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•ाशन में पाठकों […]