à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ à¤à¤¾à¤°à¤¤ पà¥à¤²à¥ˆà¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® पर लगी और उसकी रवानगी à¤à¥€ हो गई। इन सारे वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में और हालिया घटनाकà¥à¤°à¤® से यह बात कà¤à¥€ à¤à¥€ पलà¥à¤²à¥‡ नहीं पड़ी कि आखिर वाजपेयी को गले लगाठरखने की à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾à¤ˆ मजबूरी कà¥à¤¯à¤¾ है। वैंकैया ने सीधे कह दिया कि वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ आधारित राजनीति अब नहीं होगी, मोदी बने रहेंगे, फिर […]
सà¥à¤·à¤®à¤¾ सवराज मय पतिदेव राजà¥à¤¯ सà¤à¤¾ से पलायन करना चाहती हैं। वे à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के राजनीति के WWF में à¤à¤• विदेशी से पटखनी खाने के बाद से बेचैनी महसूस कर रहीं थी। अंबिका सोनी ने चà¥à¤Ÿà¤•ी ली, “अरे परवाह कौन करता है, वैसे à¤à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤°à¤¾à¤œ के मेमà¥à¤¬à¤°à¤¶à¤¿à¤ª के दो ही महीने बचे हैं।” दरअसल सारी […]
जिहà¥à¤µà¤¾ ने हसीब के à¤à¤• हासà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥à¤ªà¤¦ लेख की चरà¥à¤šà¤¾ इस चिटà¥à¤ े में की है। हसीब का मानना है कि अगर कशà¥à¤®à¥€à¤° जीतना है तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से आगामी कà¥à¤°à¤¿à¤•ेट शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला हार जाना चाहिà¤à¥¤ हैरत होती है कि कलमकार कागज पर कशà¥à¤®à¥€à¤° जैसी समसà¥à¤¯à¤¾ का किस तेजी से हल निकाल लेते हैं। तरस à¤à¥€ आता […]
वीर सांघवी का कहना है (काफी हद तक मेरे विचारों से मिलता है) “वाजपेयी का कद हमें à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की असली सूरत देखने से रोक देता है। समीकरण से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ निकाल तो हमें à¤à¤¸à¥‡ लोगों का दल मिलेगा जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सामà¥à¤¹à¤¿à¤• हतà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से गिला नहीं, जो साधà¥à¤“ं से राजनीतिक परामरà¥à¤¶ लेते हैं और जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ रणनीतियां बनाने […]