à¤à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤² फूल बनाया, बड़ा मज़ा आया
शनिवार शाम को अचनक सूà¤à¥€ कि पहली अपà¥à¤°à¥‡à¤² का कà¥à¤› मज़ा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न लिया जाय। शशि को फोन लगाया और आइडिया बताया कि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ से जà¥à¥œà¥‡ अनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को ही सच कर दिखाया जाय। तय हà¥à¤† कि फरà¥à¤œà¤¼à¥€ साईट मैं बना लà¥à¤‚गा और मसौदा शशि à¤à¥‡à¤œ देंगे। रात को शशि की मेल न दिखी तो पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बना कि साईट की इमेज à¤à¤° दी जाय, पूरा मसाला बनाने में समय लगता अतः à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—à¥à¤¸ à¤à¤‚ड सà¥à¤ªà¥‡à¤¸à¥‡à¤¸ की मौजूदा साईट के आधार पर ही बनाई गई à¤à¥‚ठी साईट। और इसी से जनà¥à¤® हà¥à¤† मूरà¥à¤– दिवस के अवसर पर पà¥à¤°à¤•ाशित सनसनीखेज़ खबर का “साइबर मà¥à¤¹à¤²à¥à¤²à¤¾ से जाहिर à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ का छà¥à¤ªà¤¾ अजेंडा“, विवादासà¥à¤ªà¤¦ खबर के पूरे गà¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ, ग़लत URL के बारे में गचà¥à¤šà¤¾ ये दिया गया कि साईट शायद अब हटा दी गई है। रात डेॠबजे अनूप को पहली बार कड़ी à¤à¥‡à¤œà¥€ और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शरारत की à¤à¤¨à¤• à¤à¥€ न लगी, पर à¤à¤¾à¤‚से में पूरी तरह आ गये तरà¥à¤£ ने टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ की “अचानक पतà¥à¤°à¤•ारों और रिपोरà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ की बाॠहिंदी बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग में आने में कà¥à¤› राज तो जरूर था…शक मजबूत हà¥à¤† मोहलà¥à¤²à¥‡ के कंटà¥à¤°à¥‹à¤µà¤°à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤² लेखों से”।
अफ़लातून जी ने मà¥à¤à¥‡ चैट पर कहा कि अगर टिपà¥à¤ªà¤£à¤¿à¤¯à¤¾à¤ रोक लेते तो मज़ा और आता पर मज़े की बात ये कि टिपà¥à¤ªà¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में समीर ने काफी पहले ही चोरी पकड़ ली इस के बावजूद लोग à¤à¥à¤°à¤® में रहे à¤à¤¸à¤¾ लगता तो है, शायद मेरी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤ªà¥à¤ªà¤£à¥€ न होने के कारण। रमण à¤à¤¹à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¤¨ बोले, “आप का इनà¥à¤µà¥‡à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤—ेटिव बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग धमाकेदार है…यदि यह खबर सही हà¥à¤ˆ तो मैं ने जो तिरà¥à¤¯à¤•विचारक के रवि à¤à¤¾à¤ˆ को अविनाश से जोड़ने के विरोध में जो टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ की थी, वह वापस लेनी पड़ेगी।” शैलेष की टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ ने गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ की हदें पार कर दीं या फिर वे हमारे ही मज़े ले रहे थे पता नहीं चल सका, बोले “अब सब साफ़ हो चà¥à¤•ा है कि यह सब à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ वालों की चाल है।”। पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• ने मामला साफ हो जाने पर à¤à¥€ अपनी टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ से बासी कड़ी में उबाल फिर लाने की सोची और सफल à¤à¥€ हà¥à¤¯à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सृजन ने शायद à¤à¥‚ठी खबर के परिपà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¥à¤¯ में ही टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ में लिखा, “à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ में पक रही इस खिचड़ी के बारे में मà¥à¤à¥‡ कोई à¤à¤¨à¤• तो नहीं थी, लेकिन इस तरह का शक हमेशा से रहा है और इसे देबू दा à¤à¥€ जानते हैं।”
बहरहाल मितà¥à¤°à¥‹ ये है अपà¥à¤°à¥‡à¤² फ़ूल पà¥à¤°à¤•रण का पटाकà¥à¤·à¥‡à¤ª, à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ के हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤— पोरà¥à¤Ÿà¤² की ख़बर सरासर गपà¥à¤ª है। और हाठसारे मामले में मौज लेने के लिये अविनाश का दिली शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¥¤
वैसे गूगल के वाया गà¥à¤¸à¤²à¤–ाने मà¥à¤«à¥à¤¤ बà¥à¤°à¥‰à¤¡à¤¬à¥ˆà¤‚ड के होकà¥à¤¸ पर मेरी दूसरी गपà¥à¤ª पोसà¥à¤Ÿ ने à¤à¥€ खासा कमाल दिखाया है। शायद किसी को उमà¥à¤®à¥€à¤¦ न थी कि à¤à¤• ही दिन à¤à¤• ही बà¥à¤²à¥‰à¤— पर दूसरी à¤à¤¸à¥€ पोसà¥à¤Ÿ à¤à¥€ हो सकती है। अफलातून जी चिंतित हो उठे, “फोन कमà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤ जो अब तक सेवा देती थीं, कà¥à¤¯à¤¾ करेंगी?”, जगदीश संजय के संकेतों के बावजूद अमित à¤à¥€ लपेटे में आ गये, बेहद संजीदगी से लिखा, “à¤à¤¾à¤¯à¤¾, मैं नहीं मानता कि गूगल à¤à¤¸à¥‡ ही बà¥à¤°à¥‰à¤¡à¤¬à¥ˆà¤¨à¥à¤¡ इंटरनेट सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ सबको फोकट में दे देगा, इसमें अवशà¥à¤¯ कà¥à¤› राज़ है।” रमण को लगा कि इस दफा मैं खà¥à¤¦ ही अपà¥à¤°à¥‡à¤² फूल बन गया।
मूरà¥à¤– दिवस के सिदà¥à¤§à¤¾à¤¤à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤ˆà¤¯à¥ˆ अपन ने संकेत काफी छोड़े थे, à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ वाले चिटà¥à¤ े में अगर आप चितà¥à¤° के बड़े आकार को देखने के लिये कà¥à¤²à¤¿à¤• करते तो फà¥à¤²à¤¿à¤•र पर “फ़ूल खिले हैं गà¥à¤²à¤¶à¤¨ गà¥à¤²à¤¶à¤¨” का टैग देख कर घंटी ज़रूर बजनी चाहिये थी। गूगल वाले मामले में तो खैर उनकी साईट पर जाते ही मामला साफ हो जाता पर “जानकारों का मानना है कि ये निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही à¤à¤• पà¥à¤°à¤²à¤¯à¤‚कारी परिवरà¥à¤¤à¤• पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ सिदà¥à¤§ होगी। पानी से नà¥à¤•सान बचाने के लिये इसे वेकà¥à¤¯à¥‚म सील à¤à¥€ किया गया है” जैसे वाकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में संकेतों की गंध छोड़ी ज़रूर गई थी। बहरहाल मज़ेदार पोसà¥à¤Ÿ रहें ये, याद रहने वाले।
हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ाजगत में आज की अनà¥à¤¯ हरकतों के बारे में तो आपको पता ही होगा, बेंगाणी बंधà¥à¤“ं दà¥à¤µà¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ नारद के नकली हैकिंग का और दिन à¤à¤° दिखते बà¥à¤¶ के चितà¥à¤° का और सागर की खबर जिसमें कड़ी देकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी पोल काफी हद तक खोल ही दी। और इनके अलावा à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤Ÿà¥€à¤µà¥€ गपà¥à¤ª के और मज़े लेते हà¥à¤¯à¥‡ अनूप ने à¤à¥€ à¤à¤• बेहद मनोरंजक पोसà¥à¤Ÿ लिखी जिसे पà¥à¤¤à¥‡ पà¥à¤¤à¥‡ आप को आà¤à¤–ें पोंछना और पेट पकड़ना तो पड़ेगा ही।
हमने अगर वो पोसà¥à¤Ÿ १ को पढी होती तो शायद इतना गचà¥à¤šà¤¾ नही खाते लेकिन उस दिन यहाठ३१ मारà¥à¤š थी इसलिये अपà¥à¤°à¥ˆà¤² फूल का खà¥à¤¯à¤¾à¤² तक नही आया। वैसे à¤à¥€ आपसे इस तरह की पोसà¥à¤Ÿ की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ नही के बराबर थी 😉
लेकिन कई बार à¤à¥‚ठà¤à¥€ सच हो जाता है और अगर अईसा हो गया तो मेरा मतलब अगले साल की अपà¥à¤°à¥ˆà¤² तक 😉
आज तो वैसे à¤à¥€ पता नही चल रहा कौन सच बोल रहा है कौन à¤à¥‚ठ, इसलिये अब नारद २ अपà¥à¤°à¥ˆà¤² के बाद ही पढेंगे।
दादा, सबसे मà¥à¤¶à¥à¤•िल तो मेरे साथ थी… इस ख़बर की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ में आपका साà¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° होते हà¥à¤ à¤à¥€ मà¥à¤à¥‡ चà¥à¤ª रहना पड़ रहा था, पेट में मरोड़ पड़ रहे थे। खैर आज का दिन यादगार रहा… आपका आइडिया न सिरà¥à¤« शानदार रहा बलà¥à¤•ि बेहद रचनातà¥à¤®à¤• à¤à¥€ रहा। वैसे… अपनी टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ में अविनाश खà¥à¤² के मजे लेते नहीं दीख रहे थे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤¾à¤ˆ… कहीं चोरी तो नहीं पकड़ी गई? 😉
मेरी चिनà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¤•ट हà¥à¤ˆ : Chat with अनूप शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾
अनूप शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾
show details 18:52 (5 hours ago)
18:52 me: देबाशीष ने शाम को à¤à¥€ à¤à¤• à¤à¤¿à¥œà¤¾ दिया ।
अनूप: haan
आपकी दूसरी पोसà¥à¤Ÿ अगर अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ में होती तो आपके बताये तरीके से कम से कम नौ जगह और होती । अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मजाक को हिनà¥à¤¦à¥€-पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मनोरंजन के लिठइसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ उचित है ।
बहà¥à¤¤ बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ देबॠà¤à¤¾à¤ˆ. मजेदार आयोजन रहा. 🙂
हाय तà¥à¤®à¤¨à¥‡ हमको बेवकूफ़ बनाया था! हम तो इसे सच समà¤à¥‡ थे। 🙂
🙂 🙂 🙂
देबूदा अगली बार सचकी साइट बना कर साइट का सà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¨ सोट लें, आखिर यà¥à¤¨à¤¿à¤•ोड मंगल फोंट तथा कृतिदेव फोंट में फरà¥à¤• होता है. 🙂
कल मज आया लेकिन. 🙂
हा 😀 मज़ा आया
बहà¥à¤¤ खूब, अगली बार उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है और धांसू चीज मिलेगी। à¤à¤• बार आपकी पोसà¥à¤Ÿ पà¥à¤•र मैं à¤à¥€ कनà¥à¤«à¥à¤¯à¥‚जिया गया कि ये सच है और लिखने वाला था कि साइट बनाने का सबको हक है। लेकिन फिर दिमाग ने घंटी बजाई कि देबॠदा सिरà¥à¤« साइट बनाने के कारण ये सब नहीं लिख सकते।
बहरहाल जो à¤à¥€ अपà¥à¤°à¥ˆà¤² फूल पोसà¥à¤Ÿ à¤à¤• बार चकà¥à¤•र में डाल दे उसे सफल माना जाना चाहिà¤à¥¤ फिर आपकी पोसà¥à¤Ÿ ने तो सबको घà¥à¤®à¤¾ दिया।