बाबू समà¤à¥‹ इशारे
विशà¥à¤µ हिनà¥à¤¦à¥€ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ अà¤à¥€ अà¤à¥€ समापà¥à¤¤ हà¥à¤† है। अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा में गपà¥à¤ªà¥€ की रपट à¤à¥€ छपी है। साथ ही सूचना है दी गई है à¤à¤¾à¤à¤¾ परमाणॠअनà¥à¤¸à¤‚धान केंदà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित डा. होमी à¤à¤¾à¤à¤¾ हिंदी विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ लेख पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता-2007 के बारे में जिसके लिठविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ लेख आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किये गये हैं। इसके नियमों में à¤à¤• जगह लिखा है, “इंटरनेट अथवा ईमेल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कृपया लेख न à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚”। कà¥à¤¯à¤¾ मंज़र है वाकई! à¤à¤• ओर नà¥à¤¯à¥‚यारà¥à¤• जैसे आधà¥à¤¨à¤¿à¤• शहर में हिनà¥à¤¦à¥€ की पताका लहरा कर इसको विशà¥à¤µà¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€ बनाने के सपने देखे जा रहे हैं और अपने ही देश में हिनà¥à¤¦à¥€ को इंटरनेट पर शोà¤à¤¾à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ देख पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤° यà¥à¤— के सरकारी बाबू à¤à¥à¤¨à¤• रहे हैं, बदलते समय के इशारे इनके पलà¥à¤²à¥‡ नहीं पड़ते। कà¥à¤¯à¤¾ अगला हिनà¥à¤¦à¥€ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ इनके लिये à¤à¤¾à¤°à¤¤ में नहीं हो सकता पà¥à¤²à¥€à¤œà¤¼?
यार ये सरकारी बाबू!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
कà¥à¤› नहीं कहना, इससे अचà¥à¤›à¤¾ है दिवार से सर फोड़ लें.
“…विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ लेख आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किये गये हैं। इसके नियमों में à¤à¤• जगह लिखा है, “इंटरनेट अथवा ईमेल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कृपया लेख न à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚ ”
अजीब विरोधाà¤à¤¾à¤¸ है! कितना अवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•!
हà¤à¤¸à¥€ à¤à¥€ नहीं आती!
वह सब तो ठीक है यह टिपà¥à¤ªà¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ फोटो की जगह ——- जैसा कà¥à¤¯à¤¾ है? उसà¤à¤¨ हो रही है.
अब टिपà¥à¤ªà¤¡à¤¼à¥€ कामवाली.
à¤à¤• आशà¥à¤°à¤® है रिखिया (देवघर, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड, à¤à¤¾à¤°à¤¤) में. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ का. वे à¤à¥€ ई-मेल वगैरह को पूरी तरह से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚धित रखते हैं. आप चिटà¥à¤ ी लिखिठवहां से चिटà¥à¤ ी से जवाब आ जाà¤à¤—ा. हां, आप फोन कर सकते हैं वो à¤à¥€ समय तय है. पहले मà¥à¤à¥‡ लगता था कि बहà¥à¤¤ अवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• है यह सब. फिर लगा जिसने BSY जैसे पà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤• योग विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ रचा हो वह इतना अवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• तो कदापि नहीं हो सकता कि बिना सोचे-समà¤à¥‡ ई-मेल को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚धित कर दे. लेकिन मैं सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤œà¥€ के इस कदम की निंदा कदापि नहीं करता. सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ के कई तल और विधाà¤à¤‚ हैं. विधाओं में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उलà¤à¥‡à¤‚, सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ है यही परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है.
à¤à¤¾à¤°à¤¤ मे अमेरिका बà¥à¤°à¤¿à¤¤à¥ˆà¤¨à¥€ का कहा हमेशा सही मान लिया जाता है,अगर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के गांव पर à¤à¥€ खोज करनी हो तो अमूमन आदमी इस काम के लिये à¤à¥€ फ़हली फ़à¥à¤²à¤¾à¤ˆà¤Ÿ पकड कर विदेश चला ही जाता है जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खून ना जलाये,दो पैग लगाये सो जाये…:)
संजय: बात सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ की नहीं है, रवि ने जैसा कहा, विरोधाà¤à¤¾à¤¸ की है। बारà¥à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤•ृषà¥à¤Ÿ सरकारी वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में से à¤à¤• है। इनसे उमà¥à¤®à¥€à¤¦ रहती है कि ये देश को राह दिखायेंगे। समय के साथ तो हर कोई बदलता है, हम आईटी सà¥à¤ªà¤°à¤ªà¤¾à¤µà¤° बनने की बात कर रहे हैं, बारà¥à¤• को तो पथ पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ करना है पर जब ये ही कूंयें के मैढक बने बैठे हैं तो दूसरों से कà¥à¤¯à¤¾ उमà¥à¤®à¥€à¤¦ रखें? कà¥à¤¯à¤¾ आप किसी टीवी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में पोसà¥à¤Ÿà¤•ारà¥à¤¡ से जवाब मांगते हà¥à¤¯à¥‡ देखते हैं ? बात यहाठसिरà¥à¤« à¤à¤¸à¤à¤®à¤à¤¸ से कमाई की नहीं है, ये वकà¥à¤¤ का तकाज़ा है, मोबाईल सà¥à¤²à¤ है, पतà¥à¤° के मà¥à¤•ाबले à¤à¤¸à¤à¤®à¤à¤¸ जलà¥à¤¦à¥€ पहà¥à¤‚चेगा, नतीजे सà¥à¤µà¤šà¤¾à¤²à¤¿à¤¤ रूप से निकाले जा सकते हैं, आदि। अगर ये ईमेल से रचना सà¥à¤µà¥€à¤•ारà¥à¤¯ करते तो मैं रमण कौल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आदितà¥à¤¯ सà¥à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ रचित विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ फंतासी कथा के इतनी मेहनत से किये हिनà¥à¤¦à¥€ अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ को à¤à¥‡à¤œ देता।