असाधारण है रियली सिंपल सिंडिकेशन
बà¥à¤²à¥‰à¤— जब खूब चल पड़े और चारों और इनके चरà¥à¤šà¥‡ मशहूर हो गये तो इसी से जà¥à¥œà¤¾ à¤à¤• और तंतà¥à¤° सामने आया। जिस नाम से यह पहले पहल जाना गया वह ही इसका परिचय à¤à¥€ बन गया। यूं तो आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ à¤à¤• तरह का कà¥à¤·à¤®à¤² पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प है और इसके बाद आर.डी.à¤à¤«, à¤à¤Ÿà¤® यानि अणॠजैसे अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प à¤à¥€ सामने आये हैं पर आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ à¤à¤• तरह से कà¥à¤·à¤®à¤² फीड का ही परà¥à¤¯à¤¾à¤¯ बन गया है। जिस à¤à¥€ जालसà¥à¤¥à¤² से आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ फीड पà¥à¤°à¤•ाशित होती है पाठक बà¥à¤²à¥‰à¤—लाईंस जैसे किसी नà¥à¤¯à¥‚ज़रीडर के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बिना उस जालसà¥à¤¥à¤² पर जाये उसकी ताज़ा सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤•ाशित सामगà¥à¤°à¥€, जब à¤à¥€ वह पà¥à¤°à¤•ाशित हो, तब पॠसकते हैं। यह बात दीगर है कि जालसà¥à¤¥à¤² के मालिक ही यह तय करते हैं कि फीड में सामगà¥à¤°à¥€ की मातà¥à¤°à¤¾ कितनी हो और यह कितने अंतराल में अदà¥à¤¯à¤¤à¤¨ रखी जावेगी।
आज आलम यह है कि बà¥à¤²à¥‰à¤— हो या समाचारों की साईट, जिन जालसà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ की विषय वसà¥à¤¤à¥ नियमित रूप से बदलती रहती है, आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ फीड का उनके जालसà¥à¤¥à¤² से चोली दामन का साथ बन गया है। आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ कि पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि में पà¥à¤°à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ हो रही मूल तकनीक, यानि पà¥à¤¶ तकनलाजी, कोई नयी बात नहीं है। 90 के दशक में काफी जोरशोर से काम में लाये गये हैं ये। इस बार जो बात अलग है वो यह है कि आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ को वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• रूप से मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ दी गयी और अपनाया गया। तकनीकी तौर पर आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ काफी आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करता रहा है जालसà¥à¤¥à¤² कंपनियों को। यह अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाना कठिन नहीं अगर आप याद करें कि विगत माह ही आसà¥à¤• जीवà¥à¤¹à¥à¤¸ ने आनलाईन नà¥à¤¯à¥‚ज़रीडर जालसà¥à¤¥à¤² बà¥à¤²à¥‰à¤—लाईंस को खरीद लिया था। अब हर बीतता दिन आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ के साथ साथ अनà¥à¤¯ कई और कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ राह दिखाता है। आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ फीड है, तो टेकà¥à¤¨à¥‹à¤°à¤¾à¤¤à¥€, फीडसà¥à¤Ÿà¤° जैसे आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ खोज जैसे जालसà¥à¤¥à¤² à¤à¥€ हैं। फीडडेमन, बà¥à¤²à¥‰à¤—लाईंस, सिंडिक 8 जैसे आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ विषयवसà¥à¤¤à¥ को पà¥à¤¨à¥‡ में मदद करने वाले à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤—ेटरà¥à¤¸ या नà¥à¤¯à¥‚ज़रीडर हैं तो आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ फीड को पà¥à¤°à¤•ाशित करने वाले तंतà¥à¤° à¤à¥€ हैं। देखा जाये तो आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ अà¤à¥€ à¤à¥€ विकास के दौर से गà¥à¤œà¤° रहा है और लोग इसके उनà¥à¤¨à¤¤ और अनोखे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने के नित नये तरीके खोजने में लगे हैं। इनमें विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ à¤à¤• विशेष कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° है।
किसी à¤à¥€ जालसà¥à¤¥à¤² की आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ फीड होने का मतलब है कि लोग आपकी साईट बिना वहाठआये पॠसकते हैं, à¤à¤²à¤¾ कौन जालसà¥à¤¥à¤² संचालक ये चाहेगा। इसे रोकने का à¤à¤• तरीका तो यह हो सकता है कि आप संपूरà¥à¤£ सामगà¥à¤°à¥€ न देकर फीड में कड़ी के साथ केवल सामगà¥à¤°à¥€ का सारांश पà¥à¤°à¤•ाशित करें। इससे पाठक को पूरी सामगà¥à¤°à¥€ पà¥à¤¨à¥‡ के लिये आपकी साईट पर आना ही पà¥à¥‡à¤—ा। समाचार साईटों के लिये ये आला उपाय है जो सिरà¥à¤« समाचार शीरà¥à¤·à¤• ही पà¥à¤°à¤•ाशित करें। हालांकि कालकà¥à¤°à¤® में यह पाठकों को उबा à¤à¥€ सकता है। दूसरा तरीका यह कि फीड में सामगà¥à¤°à¥€ थोड़ी जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ या पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ रखी जाये पर हर पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ के साथ विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ हों। यह तकनीक अà¤à¥€ इतनी परिषà¥à¤•ृत नहीं हà¥à¤ˆ है हालांकि गूगल à¤à¤¡à¤¸à¥‡à¤‚स के फीड के मैदान में उतरने के बाद माज़रा ज़रूर बदलेगा। à¤à¤¡à¤¸à¥‡à¤‚स की मूल à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ की तरà¥à¤œà¤¼ पर ही विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨à¥‹à¤‚ को टेकà¥à¤¸à¥à¤Ÿ या चितà¥à¤° के रूप में फीड में पà¥à¤°à¤•ाशित कर दिया जायेगा। तकनीक ये सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करेगी कि विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ का मसौदा जब पाठक फ़ीड पॠरहे हों तà¤à¥€ आनन फानन तैयार हो, बजाय इसके कि जब इसका अà¤à¤¿à¤§à¤¾à¤°à¤£ हो रहा हो। सबà¥à¤¸à¤•à¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤¶à¤¨ आधारित सामगà¥à¤°à¥€ के पà¥à¤°à¤•ाशन के लिये ये नये यà¥à¤— का सूतà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤¤ करेगा।
इसके अलावा à¤à¥€ लोग दिमाग पर ज़ोर लगा रहे हैं। आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ फीड किसी à¤à¥€ साइट को बिना वहाठजाये पà¥à¤¨à¤¾ तो बायें हाथ का खेल बना देता है पर पारसà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° या बातचीत का ततà¥à¤µ हटा देता है, संवाद दो तरफा नहीं रहता। अकà¥à¤¸à¤° पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ के साथ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ की कड़ी तो रहती है पर टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करनी हो तो अंततः जाना आपको साईट पर पड़ेगा ही। अब लोगों ने फीड में HTML फारà¥à¤® का समावेश कर संवाद का पà¥à¤Ÿ जोड़ने की कोशिश की है। सà¥à¤•ॉट ने अपनी फीड में यह पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया ताकि लोग गà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤® रहकर à¤à¥€ उनकी किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ को “टैग” कर सकें। याहू में कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ रसà¥à¤¸à¥‡à¤² à¤à¤• कदम और आगे निकले, हाल ही में अपनी फीड में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करने का ननà¥à¤¹à¤¾ सा HTML फारà¥à¤® ही जोड़ दिया।
तकनलाजी के दीवाने आर.à¤à¤¸.à¤à¤¸ के और उनà¥à¤¨à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों के बारे में à¤à¥€ कयास लगा रहे हैं। जैसे कि इनका à¤à¤¸à¥‡ à¤à¤œà¥‡à¤‚ट के रूप में पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— जो समय समय पर अंतरà¥à¤œà¤¾à¤² से वांछित ताज़ी सामगà¥à¤°à¥€ खंगाल कर ला दे। या फिर à¤à¤¸à¥‡ औज़ार के रूप में जिससे आप अपने कैलेंडर, संपरà¥à¤• पते जैसी जानकारी साà¤à¤¾ कर सकें। कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ कीजिये कि विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कंपनियाठअपने उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ के बारे में नवीनतम जानकारी, मूलà¥à¤¯ सूची ईमेल के बजाय फीड से à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚ तो कितनी आसानी हो जाये। या फिर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ अपनी पाठà¥à¤¯ सामगà¥à¤°à¥€ इस तरह से à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚। ये बातें बहà¥à¤¤ उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¥‡à¤‚ जगाती हैं। साथ में अनगिनत परेशानियाठà¤à¥€ जà¥à¥œà¥€ हैं, सिकà¥à¤¯à¥‹à¤°à¤¿à¤Ÿà¥€ और वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त पसंद संबंधी। कà¥à¤¯à¤¾ फीड को पासवरà¥à¤¡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ कर या ईमेल गà¥à¤°à¥à¤ª की तरह किसी विशिषà¥à¤Ÿ समूह लोगों तक ही इसकी पहà¥à¤à¤š सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करना मà¥à¤®à¤•िन है? आजकल के नà¥à¤¯à¥‚ज़रीडर तो केवल सामगà¥à¤°à¥€ को फीड से अà¤à¤¿à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ कर तय पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प में आप दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। कà¥à¤¯à¤¾ पाठक यह तय कर सकेगा कि फीड में कौन सी जानकारी कितनी आये, कब और किस रूप में आये? कà¥à¤¯à¤¾ वह सामगà¥à¤°à¥€ का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ कर पायेगा? à¤à¤¸à¥‡ कई अनà¥à¤¤à¥à¤¤à¤°à¤¿à¤¤ सवालों का जवाब लोग खोज रहे हैं। और मà¥à¤à¥‡ लगता है कि जवाब जलà¥à¤¦ ही आयेंगे?
देबाशीष,
आज कल फीडलाउंज की काफी धूम है। कड़ी यह रही
http://www.feedlounge.com/
पंकज