छायाः अक्षय महाजन एक बात कहूं?बचपन के दिन अच्छे थे।कान उमेठे जाने पर दर्द तो होता थापर वो शरारतों में नहीं उतरता था।कान तो अब भी उमेठे जाते हैंपर दर्द ज़रा नहीं होता।अब शरारत करने से जी घबराता है। एक बात कहूं?बचपन के दिन अच्छे थे।लड़ते थे, रोते थे, रुलाते भी थेऔर कुट्टी की उम्र […]
आफिस जाते वक्त वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (डब्ल्यूटीसी) के पास बने लिबर्टी पार्क से गुजरता हूँ और वहाँ हमेशा एक सूटेड बूटेड साहब बैंच पर बैठे मिलते हैं, अपने ब्रीफकेस में कुछ खोजते हुये। लोग उनके साथ बैठ कर, गले में हाथ डालकर या बाल सहलाते हुये फोटो खिंचवाते हैं। ये साहब यहाँ बरसों से जमे […]
अमरीका आने के बाद भारतियों को सबसे अधिक तकलीफ किस चीज़ से होती होगी? मेरा तजुर्बा है, उस चीज से जिस के प्रयोग के बाद हम बिना धोये रह नहीं पाते। अरे भैया वही जिसे साफ रखने के लिये ये फिरंगी काग़ज से काम चला लेते हैं। सरजी मैं हाथों की बात नहीं कर रहा! […]
निर्विकार भाव से समाचार पढ़ती सलमा सुल्तान याद है? मुझे हमेशा से ये लगता था कि समाचार वाचक भी अजीब हैं, जो भी लिख दे दिया है पढ़े जाते हैं। दूरदर्शन के समय न्यूज़ बुलेटिन था, सैटेलाईट टीवी के ज़माने में टेलीप्रॉम्पटर है। इनेगिने ही हैं जो समाचार प्रस्तुतकर्ता की भी भूमिका अदा करते हैं। […]
2.2 वर्डप्रेस की महत्वाकांक्षी रीलीज़ है जिसमें इस ब्लॉगवेयर में अनेक सुधार किये गये हैं। हालांकि वर्डप्रेस के हर नये रीलीज़ को तुरंत स्थापित करने की गलती कभी नहीं करनी चाहिये क्योंकि प्रयोक्ता समुदाय की राय जैसे जैसे सामने आती है वे पुनः कई बदलाव करते हैं। ज़ाहिर है प्रयोक्ता समुदाय से बड़ा जाँच दल […]
मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार माईक्रोसॉफ्ट सर्फेसभूल जाईये कीबोर्ड और माउस, सिर्फ हाथों से चलायें टेबलटॉप कंप्यूटर। वाकई रोमांचकारी!टैग: [microsoft surface microsoft+surface] माईक्रोसॉफ्ट असीराएक ऐसा बेजोड़ कैप्चा जो बिल्लियों की तस्वीर पहचानने को कहे 🙂टैग: [asirra captcha cats] स्वामीनई चीजों और खबरों के लिये एक नया अलर्ट इंजन।टैग: [swamii alert] माइक्रोसॉफ्ट पॉपफ्लाईबनायें अपने मैशअप, पेज और गैजेट।टैग: […]