लो भई कर ली हमने तो चारसौ बीसी की रिपोर्ट थाने में दर्ज, मगर एक बात बताएँ मतलब की मेल भी घुस कर दब जाती है इन चिरसौ बीसों मेम, उनको निकालने का रास्ता है।
मैं भी स्पैम नामों में ४२० ढूंढ रहा था, काफी देर बाद दिखा। 🙂
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लेखक के बारे में
देबाशीष चक्रवर्ती
पुणे स्थित एक सॉफ्टवेयर सलाहकार देबाशीष चक्रवर्ती हिन्दी के शुरुवाती चिट्ठाकारों में से एक हैं। वे इंटरनेट पर Geocities के दिनों से सक्रिय रहे हैं, उन्होंने अक्टूबर 2002 में अपना अंग्रेज़ी ब्लॉग नल प्वाइंटर और नवंबर 2003 में हिन्दी चिट्ठा नुक्ताचीनी आरंभ किया। देबाशीष DMOZ पर संपादक रहे हैं। ... [पूरा पढ़ें]
वो जो बनाते हैं ना लाल छल्ला , वो बना देते तो अच्छा होता दादा. मै मूरख स्पेम नामों मे कुछ अनोखा ढुंढ रहा था.. ही ही
लो भई कर ली हमने तो चारसौ बीसी की रिपोर्ट थाने में दर्ज, मगर एक बात बताएँ मतलब की मेल भी घुस कर दब जाती है इन चिरसौ बीसों मेम, उनको निकालने का रास्ता है।
हा हा! मजेदार!
🙂
सही है पन्कज जी !! वैसे देबू जी यह आपका ही डाक का डब्बा है क्या?
Ericka Medeiros भी स्पैम है क्या? जरा चैक करियेगा. इस चक्कर में कोई बेहतरीन ईमेल न डिलिट हो जाये. 🙂
हम भी बिना समझे मुस्करा दिये। 🙂
पर कभी कभी बहुत काम की ईमेल भी स्पैम में चली जाती हैं
मैं भी स्पैम नामों में ४२० ढूंढ रहा था, काफी देर बाद दिखा। 🙂