एग्रीगेटरों के बहाने से

चिट्ठाजगत में जो बदलाव आया है उसे साफ “प्री मुहल्ला” और “पोस्ट मुहल्ला” के रूप में देखा जा सकता है। प्री मुहल्ला, ज्यादातर चिट्ठाकार तकनीकी लोग, जो ज्यादा समय आनलाईन रहते थे, चिट्ठाकारी करते थे। जब उन्होंने ये समुदाय बनते देखा तो साथ हो लिये, दूसरों के मदद करने हेतु जो सीखा उसको लिपीबद्ध किया, […]

बनाओ अपना गूगल खोजी

गूगल कोआप गूगल खोज परिणामों में सुधार लाने के लिये सार्वजनिक योगदान पाने का एक मंच रहा है। इसकी ताज़ा पेशकश है कस्टमाईज़्ड सर्च इंजन यानी आपका अपना खोज तंत्र। यह है को कुछ कुछ रोल्यो या स्कूपगो जैसा पर चुंकि खोज परिणाम गूगल के ही होंगे खोज के प्रामाणिकता और विस्तार की कल्पना की […]

नारद की अनुपस्थिती और अस्थाई जुगाड़

नारद के अस्थाई रूप से बंद होने से हम सभी को ब्लॉक्सीज़न मिलनी बंद हो गई है। ठीक है चिट्ठा विश्व भी है पर यह ब्लॉगडिग्गर की कृपा पर निर्भर रहता है और ब्लॉगडिग्गर महाशय आजकल मनमर्जी से अपडेट होते हैं। आज टेक्नोराती के भ्रमण के दौरान अपने राम को सूझी कि क्यों न उसके […]