चिटà¥à¤ ों में साà¤à¤¸ ले रही है देवà¤à¤¾à¤·à¤¾
पाठà¥à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों तक सिमट गई देवों की à¤à¤¾à¤·à¤¾ संसà¥à¤•ृत को अब जाल पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा दिलाने का बीड़ा अमरीकी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¤°à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मूल के कà¥à¤› छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने उठाया है। उनका à¤à¤• वृहत काम है संसà¥à¤•ृत पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा विशà¥à¤µà¤µà¤¾à¤£à¥€ जिसमें वे विविध विषयों पर लेख पà¥à¤°à¤•ाशित करते हैं। पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ गणित से लेकर विवेकानंद पर आलेख, सà¥à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤, यातà¥à¤°à¤¾ वृतà¥à¤¤à¤¾à¤‚त और यहाठतक की संसà¥à¤•ृत कà¥à¤°à¥‰à¤¸à¤µà¤°à¥à¤¡ पज़ल à¤à¥€à¥¤ यह पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा शायद अंतरà¥à¤œà¤¾à¤² पर अपने तरह की à¤à¤•मातà¥à¤° पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा है। इसका संपादन सौमà¥à¤¯à¤¾ जोयेसा और अविनाश वरà¥à¤£ करते हैं।
नà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥€ पर संसà¥à¤•ृत के पहले बà¥à¤²à¥‰à¤— की चरà¥à¤šà¤¾ किये तो काफी अरà¥à¤¸à¤¾ गà¥à¤œà¤¼à¤° गया है। संसà¥à¤•ृत चिटà¥à¤ ों की बात वही दब कर रह गई थी। पर इस समूह ने संसà¥à¤•ृत में अनेक चिटà¥à¤ ों की à¤à¥€ रचना की है। मसलन “कालीदास“, सियेटल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सॉफà¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤° इंजिनियर अजीत कृषà¥à¤£à¤¨ का बà¥à¤²à¥‰à¤— है, तो “लरà¥à¤¨ संसà¥à¤•ृत” में आसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के हिमांशॠपोटा इस à¤à¤¾à¤·à¤¾ को गीतों, वà¥à¤¯à¤¾à¤•रण, शबà¥à¤¦ और सà¥à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ के ज़रिये सिखाते हैं। अजीत समकालीन विषयों पर संसà¥à¤•ृत में लिखने की योजना पर à¤à¥€ काम कर रहे हैं। इन सà¤à¥€ को जोड़ने वाली कड़ी है संसà¥à¤•ृत à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ नामक संसà¥à¤¥à¤¾ जो गत दस वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से जाल पर संसà¥à¤•ृत के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° में लगी है।
संसà¥à¤•ृत के कà¥à¤› चिटà¥à¤ े निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित हैं
- संसà¥à¤•ृत सà¥à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤à¤ƒ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ à¤à¥€ शामिल हैं
- गीतà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ : संसà¥à¤•ृत गीत व कावà¥à¤¯
- संसà¥à¤•ृत पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा : जहाठचà¥à¤Ÿà¤•à¥à¤²à¥‡ à¤à¥€ हैं
विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ सूची के लिये यहाठदेखें।
हालांकि कà¥à¤› चिटà¥à¤ ों से पता चलता है कि यह समूह हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ाकारों के बारे में जानकारी रखता है पर ये हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—रों से जà¥à¥œà¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं है यह आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ का विषय है। उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है यह पोसà¥à¤Ÿ कड़ी बनेगी संसà¥à¤•ृत और हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ाकारों के बीच। [सà¥à¤°à¥‹à¤¤]
सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° जानकारी दी है
बढि़या जानकारी है..
जहां हिंदी को अपना सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पाने के लिये इतना संघरà¥à¤· करना पॠरहा हो वहां संसà¥à¤•ृत को देख कर अचà¥à¤›à¤¾ लगा।
बढिया जानकारी दी है।आà¤à¤¾à¤°à¥¤
devbhasha.com पर कà¥à¤› बेहतर करने की सोच रहा हूं देखिठकà¥à¤¯à¤¾ बनता है.
बेहद पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ हो रही है. जानकारी के लिठसाधूवाद.
बढ़िया जानकारी है। बढ़िया काम कर रहे हैं लोग, बधाई।
संसà¥à¤•ृत के पहले बà¥à¤²à¥‰à¤— के लिंक पर उतà¥à¤¸à¥à¤•ता में गया तो, निराशा हाथ लगी कि वहां तो, सालों से कà¥à¤› à¤à¥€ नया नहीं है।
अचà¥à¤›à¤¾ है आख़िर हम अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं की तरफ लौट रहे हैं.
अंतरà¥à¤œà¤¾à¤² पर संसà¥à¤•ृत निसà¥à¤¸à¤‚शयेन à¤à¤• सà¥à¤–द और रोमांचक सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ है , किंतॠपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¤• जीवन-दरà¥à¤¶à¤¨ से विकसित होकर पà¥à¤¨à¤ƒ उस जीवन-दरà¥à¤¶à¤¨ को समृदà¥à¤§ करती है यह à¤à¤• सामानांतर पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ हैI अतà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¨à¤¿à¤• तकनीक पर à¤à¤¾à¤·à¤¾ को ले आने का साधà¥à¤µà¤¾à¤¦ ! पर मेरे मितà¥à¤° उस जीवन का कà¥à¤¯à¤¾ होगा ???