à¤à¤• और पà¥à¤°à¤¥à¤®à¤ƒ इंटरैकà¥à¤Ÿà¤¿à¤µ कहानी
निरंतर काउंटडाउन à¤à¤¾à¤— १
निरंतर à¤à¤• अà¤à¤¿à¤¨à¤µ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— रहा है। यह पहली à¤à¤¸à¥€ पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा है जो न केवल गैरपेशेवर पà¥à¤°à¤•ाशकों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निकाली जाती है बलà¥à¤•ि पाठकों को पà¥à¤°à¤•ाशित लेखों पर तà¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करने का मौका à¤à¥€ देती है। इस तरह ये सिरà¥à¤« ज़ीन नहीं, विशà¥à¤µ की पà¥à¤°à¤¥à¤® बà¥à¤²à¥‰à¤—ज़ीन बन सकी। किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•ाशन में पाठकों से सीधा संवाद जोड़ने का संà¤à¤µà¤¤à¤ƒ इससे बेहतर माधà¥à¤¯à¤® और नहीं हो सकता।
हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—मंडल के अनà¥à¤¯ à¤à¤• अनोखे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— बà¥à¤¨à¥‹ कहानी में हमने कोलैबोरेशन यानि सहयोग की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को बल देने के लिये मलà¥à¤Ÿà¥€ आथर कहानियों को रचने का तरीका पेश किया, जिसमें कहानी लिखना कोई शà¥à¤°à¥ करता है और कोई अनà¥à¤¯ इसे आगे लिखता है। लेखकों में कहानी के पà¥à¤²à¥‰à¤Ÿ संबंधी कोई चरà¥à¤šà¤¾ नहीं होती और न यह तय होता है कि कहानी कितने à¤à¤¾à¤—ों में लिखी जायेगी। शायद इसीलिये यह सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤¿à¤¤ कारà¥à¤¯ मनोरंजक à¤à¥€ है और चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥€à¥¤ इसमें मौजूद ससà¥à¤ªà¥‡à¤‚स और अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤à¤¤à¤¾ के ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ को à¤à¥€ नकारा नहीं जा सकता।
निरंतर के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤µà¤¤à¤¾à¤° में हम à¤à¤¸à¤¾ ही अनोखा पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— पà¥à¤¨à¤ƒ करने जा रहे हैं। यह पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है विशà¥à¤µ की पहली इंटरैकà¥à¤Ÿà¤¿à¤µ हिनà¥à¤¦à¥€ कहानी का à¤à¤• नया सà¥à¤¤à¤‚à¤à¥¤ हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—जगत की सशकà¥à¤¤ हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾ ने इसे शà¥à¤°à¥ करने का बीड़ा उठाया है। तो सà¥à¤§à¤¿ पाठकों, निरंतर के अगसà¥à¤¤ अंक में आप पॠपायेंगे à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ ही कहानी जिसके खà¥à¤²à¥‡ सिरे आप को ही पिरोने हैं। जी हाà¤, कहानी के पहले à¤à¤¾à¤— के अंत में लेखिका आपका मत माà¤à¤—ेंगी कि अगले à¤à¤¾à¤— में कहानी कà¥à¤¯à¤¾ मोड़ ले, और बहà¥à¤®à¤¤ जिस पकà¥à¤· में होगा ऊंट उसी करवट बैठेगा, यानी लेखिका कहानी का अगला à¤à¤¾à¤— उसी थीम पर लिखेंगी।
है न रोमांचकारी? यह अनà¥à¤à¤µ जलà¥à¤¦ ही पहà¥à¤à¤šà¥‡à¤—ा आपके नज़दीकी बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤° पर, जà¥à¥œà¥‡ रहें!
रवि, यदि आप के नज़दीक कोई बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤° नहीं है, तो यह सूचना आप के गà¥à¤°à¤¹ के पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठनहीं है। मà¥à¤à¥‡ लगता है, आप पृथà¥à¤µà¥€ के वासी हैं। जिस गà¥à¤°à¤¹ के वासियों के लिठयह सूचना है, वे बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही सांस लेते-छोड़ते हैं।
लग तो रोचक रहा है ये पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—, इंतजार रहेगा।