पता नहीं गूगल को क्या सूझी, बड़ी शान से गूगल पेजेस (जिसे अब “पेज क्रियेटर” पुकारा जा रहा है) की शुरुवात की घोषणा की, ज़्यादातर इस जीयोसिटिज़ जैसी पुरातन सेवा का वेब २ के ज़माने में लाने का सबब खोजते रहे, पर हैरत की बात यह रही कि प्रारंभ करने के कुछ ही देर बाद सेवा में नये पंजीकरण रोक दिये गये। कारण बताया गया कि लोग अधिक संख्या में जुट गये। जीमेल के लिये निमंत्रण द्वारा खाता खोलने की प्रक्रिया शुरु करने वाला गूगल यह कहे तो बात पचती नहीं।

समय पर गूगल पेजेस का खाता तो मैं भी नहीं बना पाया था, बहरहाल एक हजरत की टिप्पणी से पता यह लगता है कि असल कारण यह रहा कि पेजेस पर बने जालस्थल के पते से प्रयोक्ता की जीमेल आईडी का खुलासा हो जाता था और यह स्पैमर बंधुओं के लिये अलादीन का चिराग साबित होता। सो सेवा स्थगित कर गलती का सुधार किया जा रहा है।

देखें आगे क्या होता है, तब तक करें निमंत्रण का इंतज़ार।