अहा ज़िंदगी का ईअंक

शायद आप ये पहले से ही जानते हों, पर मुझे तो आज ही यह पता चला कि दैनिक भास्कर समूह की लोकप्रिय पत्रिका “अहा ज़िंदगी” के हिन्दी व गुजराती अंक जाल पर मुफ्त में उपलब्ध है। पढ़ने के लिये यहाँ जायें, बस एक बार पंजीकरण करना होगा। समूह के और प्रकाशन भी आप यहाँ पढ़ […]

सप्ताह 48 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह

मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार देसीपंडित इंडिक ब्लॉग्सक्या आपका चिट्ठा है इस सूची में?टैग: [desipundit indic hindi hindi+blogs देसीपंडित] लिंक काउंट विजेटआपकी प्रविष्टि की ब्लॉगजगत में चर्चा हो रही है या नहीं? जानिये टेक्नोराती के इस नये जुगाड़ से।टैग: [technorati widgets विजेट टेक्नोराती]

सप्ताह 47 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह

मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार रिमाईंडर फीडभुलक्कड़ो के लिये वरदान, अपने रिमाईंडर्स फीड से पायें श्रीमान!टैग: [reminderfeed feed क्षमल फीड] विकीवर्सिटीपढ़ने की मुफ्त सामग्री और स्रोत जुटाने का एक अभिनव प्रयास!टैग: [wikiversity education विकीवर्सिटी]

विकीपीडिया: वेंडेलिस्म पर लानत

विकीपिडिया एक विशाल मानव निर्मित ज्ञानकोश है, हालांकि हिन्दी विकीपीडिया अभी तुलनात्मक रूप से काफी छोटा है। जब मितुल ने निरंतर के अगस्त अंक में विकीपीडिया पर लेख लिखा तो मेरे मन में यह प्रश्न ज़रूर था कि वेंडेलिस्म यानि विकिपीडिया के पृष्ठों पर सामग्री या तथ्यों को नष्ट या बिगाड़ देने के कार्य पर […]

सप्ताह 46 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह

मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार ब्लॉगिंग निबंध प्रतियोगिताचिट्ठाकारी पर निबंध लिखें और 150 डॉलर जीतें।टैग: [wltc essay blogging ब्लॉगिंग] मेरी लोकप्रिय प्रविष्टिडेव वाईनर और ओम मलिक जैसे अनेक ए-लिस्ट चिट्ठाकारों के बयान।टैग: [blogging ब्लॉगिंग] फोटोमैटवर्डप्रेस के रचयिता मैट के ब्लॉग का नया रंगरूप, नई थीम।टैग: [wordpress themes photomatt वर्डप्रेस] लाईसेंसाअपने ब्लॉग की सामग्री को लाईसेंसीकृत कर पैसे […]

बोतल में तूफान

कोला में पेस्टीसाईड की उपस्थिति पर बोतल में तूफान कई बार उठे हैं। कोला निर्माता और दोषारोपण करने वाली सी.एस.ई दोनों पर ही संदेह किया जा रहा है। निरंतर के नये अंक में अफ़लातून और अर्जुन स्वरूप की इसी विषय पर एक बहस प्रकाशित हुई। उनके विचारों को पढ़ते समय यह सोचा था कि अपने […]

रीव्यूमी: क्या यह व्यावसायिक चिट्ठाकारिता है?

भारतीय काफी छिद्रान्वेशी होते ही हैं॥ हर सेवा, हर चीज़ पर नाकभौं सिकोड़ना, हर बात में नुक्स निकालना और यहाँ तक की अपने ब्लॉग का नाम और विषय भी नुक्ताचीनी रख लेना। पर और अगर यह सब करने के लिये पैसे भी मिलने लगे तो? “स्वपोषित ब्लॉगविधा” या “व्यावसायिक चिट्ठाकारिता” के समर्थक मेरे कई ब्लॉग […]

निरंतर पत्रिका की फीड

निरंतर पत्रिका की भी अब क्षमल फीड उपलब्ध है। आप इसे http://feeds.feedburner.com/nirantar के पते से पढ़ सकेंगे। फीड में पूरे लेख देना तो संभव नहीं पर हाँ नये आलेखों की सूचना पाने के लिये यह उत्तम माध्यम होगा। अवश्य सब्सक्राईब करें।