साइबर मुहल्ला से जाहिर एनडीटीवी का छुपा अजेंडा

स्पष्टिकरणः यह समूची पोस्ट अप्रेल फूल बनाने के लिये लिखी मजाकिया पोस्ट है, इसमें कही बातें सरासर गप्प हैं और केवल मजे लेने के लिये ही लिखी गई हैं। पाठकों को याद होगा कि चिट्ठा चर्चा में मेरे लगाये कयास पर एनडीटीवी के अविनाश ने टिप्पणी की थी के ये केवल उनका व उनके सहयोगियों […]

मटर विथ मेघा

इस साल की इंडीब्लॉगीज़ स्पर्धा के समापन पर जानेमाने अंग्रेज़ी चिट्ठाकार अमित वर्मा ने मुझे मज़ाक में लिखा था, “ये प्रतियोगिता एक बंगाली द्वारा आयोजित है, पिछली दफा इसे एक आधे बंगाली ने जीता (अमित की माताजी बंगाली हैं) और इस साल एक पूरे बंगाली ने। तो अगले साल क्या होने वाला है?” आप भी […]

अमेरिका में चलेगी गाँधीगिरी?

इराक से हिसाब बराबर करने के बुश के तरीकों, जिसमें अमेरीकी पैसा और खून दोनों ही बहाये गये, को भले लोग कोसें, अमेरीकी सिनेटर और अमेरीकी राष्ट्रपति पद के संभावित रिपब्लिकन प्रत्याशी और अभिनेता फ्रेड थॉम्पसन मानते हैं कि गाँधीवाद अमेरिका के लिये कोई मायने नहीं रखता। उन्होंने हाल ही में वक्तव्य दियाः “द्वितीय विश्वयुद्ध […]

कलिंग का युद्ध फिर शुरु

अगर आपने ध्यान दिया हो तो विगत दो हफ्तों (शायद उससे भी पहले) से विभिन्न चैनलों पर एक सरकारी विज्ञापन दिखाया जा रहा है। एक चिकन पपेट के द्वारा मुर्गियों की सहसा मौत या बीमार मुर्गियों की जानकारी देने का अनुरोध किया जा रहा है। मुझे तभी खटका था कि अखबारों में तो इस तरह […]

इंक ब्लॉगिंगः हुनर हाथों का

लीक से हटकर ब्लॉगिंग की चर्चा पिछली प्रविष्टि में छेड़ी गई थी जिसमें मैंने टंबललॉग का ज़िक्र किया था। इस बार बात करते हैं चिट्ठाकारी के एक और अत्यंत ही रचनात्मक तरीके “हस्तलिखित चिट्ठाकारी” या “इंक ब्लॉगिंग” की। इंक ब्लॉग लिखने के लिये लेखक प्रविष्टि टाईप न कर अपनी हस्तलिपि में ही कागज़ पर लिख […]

टंबललॉगः गागर में सागर

ब्लॉगिंग विधा कितनी लोकप्रिय है यह हम सब ही जानते हैं, हर कोई अपनी बात कहने को उत्सुक है। विधा पनपी तो इसने अन्य अनेक रूप गढ़ने शुरु किये, केवल कड़ियों का समावेश करने वाले लिंकब्लॉग, मोबाईल फोन से की जा सकने वाली मोब्लॉगिंग, अपनी आवाज़ को रिकार्ड कर प्रविष्टि का रूप दी जा सकने […]