अगर आपने हाल में गौर किया हो तो कुछ दिनों से इस चिट्ठे के आखिरी हिस्से में प्रविष्टियों की बजाय उनकी कड़ियाँ दी जा रही हैं। दरअसल यह मलेट अभिन्यास का अनुसरण करता है जिसमें सारी प्रविष्टियों को एक साथ न दिखाकर कुछ को पूर्णतः दिखाया जाता है और शेष की सिर्फ कड़ियाँ दी जाती […]