आई अब हबारी की बारी
हर उत्पाद का एक जीवन चक्र होता है। जब वर्डप्रेस का पदार्पण हुआ तो लगा था कि ब्लॉगर के दिन लद गये। पहले जो लोग ब्लॉगर की मुफ्त होस्टिंग की वजह से अटके थे, वर्डप्रेस डॉट कॉम के होस्टेड हल के आने के बाद वे भी पलायन कर गये। ब्लॉगर जब बीटा से बाहर निकला तो कई लोगों को वर्डप्रेस की गति से शिकायत होने लगी, कोई सिक्यूरिटी के नाम पर बंधे हाथों से परेशान तो कोई डेटा रखने की सीमा से। अब भी सुन कर अजीब लगता है पर कई लोग अब वर्डप्रेस से ब्लॉगर पर वापस आना चाहते हैं।
ख़ैर, वर्डप्रेस से मोहभंग हो न हो, लोगबाग हर वक्त कुछ न कुछ नया ज़रूर चाहते हैं। शायद इसीलिये हम अपने चिट्ठे के टेम्पलेट और थीम बदलते रहते हैं। जब लॉगअहेड आया तो लोगों ने कहा कि ये वर्डप्रेस की जगह लेने आ गया, हार कर उसके रचयिता को ही कहना पड़ा कि भैया मैं तो एक साधारण छात्र हूं, केवल मजे में ये बना डाला, वर्डप्रेस का सिंहासन डोलाने का प्रशन ही नहीं है। लॉगअहेड वाकई कोई बेहतरीन उत्पाद न था पर उसमें वर्डप्रेस जैसे एडमिन पैनल को हटाकर और वेब 2.0 के तत्व डालकर एक नयापन ज़रूर लाया गया था, हकीकत यह है कि लॉगअहेड का क्लॉज़ द्वारा निर्मित परिष्कृत रूप कहीं बेहतर है और वर्डप्रेस से टक्कर लेने का कुछ माद्दा रखता है।
और नये रोमांच की तलाश सिर्फ प्रयोक्ताओं को ही नहीं रहती। वर्डप्रेस को तैयार करने वाली जमात के खालिद, क्रिस और कुब्रिक थीम के सृजक माइकल जैसे कई सदस्य अब पीएचपी 5, आब्जेक्ट ओरियेंटेड और डेटाबेस पर अनिर्भर एक नये मुक्त स्त्रोत ब्लॉगिगं तंत्राश की सचना करने जा रहे हैं जिसका नाम रखा गया है हबारी (हबारी एक स्वाहिली शब्द है जिसका मतलब होता है “ख़बर”) यह ब्लॉगवेयर वर्डप्रेस पर आधारित नहीं होगा (वर्डप्रेस बी-2 पर आधारित था) बल्कि इसे नये सिरे से लिखा जा रहा है।
हबारी के बनने की खबर पर वर्डप्रेस के संस्थापक मैट का कहना था कि हबारी ड्रूपल और सेरेंडिपिटी के मिलन सा होगा। हालांकि मैट ने इस प्रकल्प का सहयोग देने का वायदा किया और अपने सर्वर देने की पेशकश भी कर दी पर वर्डप्रेस के खेमे में खलबली साफ दिखती है। कुछ ने राय दी कि ये राजनीती है मैट की कंपनी आटोमैटिक द्वारा नियुक्ति न मिलने से खफा लोगों की है। हबारी दल के स्किपी ने स्पष्ट तो किया कि यह बात गलत है पर यह आरोप लगाने से भी नहीं चूके कि वर्डप्रेस में स्पैम से लड़ने की सुविधा बैंडएड कि तरह चस्पा कर दी गई। यह भी कहा की हबारी का पहला रीलीज़ वे 6 महीने के पहले ही ले आयेंगे और इसमें वर्डप्रेस से आयात की सुविधा भी शामिल होगी। इसके विपरीत ओवेन का कहना है कि वर्डप्रेस से कोई नाराज़गी नहीं है और वे उससे भी जुड़े रहेंगे।
हबारी से चलने वाला फिलहाल शायद एकमात्र ब्लॉग हबारी के जनक क्रिस डेविस का ही है। यह ब्लॉग दीखने में भले अलग न लगे पर इस दल के दावे के अनुसार काफी तेज़ और आधुनिक होगा। डेटाबेस पर अनिर्भरता का मतलब है कि माईसीक्वल के अलावा आप अपनी पसंद या उपलब्धतता के अनुसार अन्य डेटाबेस भी प्रयोग कर पायेंगे। मेरे विचार में हबारी का प्रचल होने में समय लगेगा क्योंकि फिलहाल इसके होस्टेड विकल्प की कोई बात नहीं हो रही जिससे ब्लॉगर प्रयोक्ता इसे अपनाने से रहे। रही बात अपनी होस्टिंग पर वर्डप्रेस प्रयोक्ताओं की, तो सबसे बड़ा रोड़ा है पीएचपी 5 (जिसकी खासियत है पीएचपी डेटा आब्जेक्ट्स), जो लगभग 80 फिसदी होस्टिंग कंपनियां जल्द मुहैया नहीं कराने वाली। लैंप यानी लिनक्स, अपाची, माईसीक्वल और पीएचपी 4.x का संयोजन ही फिलहाल सुलभ है और यह स्थिति इतनी जल्द बदलने से रही। इसके बावजूद सामुदायिक भावना की नींव पर निर्मित होते इस नये ब्लॉगिंग तंत्र का भविष्य सुनहरा होगा इस बात पर शक करने को मन नहीं मानता।
अच्छी अच्छी जानकारी देने के लिये शुक्रिया, देखना है अब ये कितनी देर में अपनी जगह बना पाता है
आपका इशारा मेरी तरफ है। वर्डप्रैस तो निसंदेह आज की तारीख में सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगिंग टूल है, उससे ब्लॉगर पर जाने का तो प्रश्न ही नहीं उठता। लेकिन वर्डप्रैस.कॉम में तमाम बंदिशें हैं जिसके कारण ब्लॉगर पर जाने का सोचा है। और फिर ब्लॉगर भी वर्डप्रैस.कॉम जैसी अधिकतर सुविधाओं से लैस हो गया है। लेकिन उसकी सबसे बड़ी ताकत है टैम्पलेट में HTML संपादन कर सकने की क्षमता। ऐसा फैसला मैंने क्यूं लिया इसका कारण विस्तार से शीध्र ही बताऊँगा।
वाह दादा,
खूब भालो,
अमाके एकटा जिनीश बुझते पारी ना!! ये लोग वर्डप्रेस से अलग हुए हैं या वर्डप्रेस ही हबारी ला रहा है… सिली क्वेश्चन हो तो क्षमा करें. 😉