13 साल का सीईओ
13 साल की उम्र में आपके क्या किया करते थे? ज़रा याद कीजीये। आप शायद अपनी खेल कूद और यार दोस्तों के साथ की शैतानियों का पिटारा खोल रहे होंगे। अगर मैं कहूं कि कैलिफोर्निया, अमेरिका में सांतवी ग्रेड के भारतीय छात्र अंशुल समर इसी उम्र में अपनी कंपनी खोल चुके हैं तो आप ज़रूर हैरत में पड़ जायेंगे। जी हाँ सातवीं कक्षा के छात्र अंशुल ने न केवल एलीमेंट्यो डॉट कॉम की स्थापना की बल्कि मई में टाई काँफ्रेस में अपने उत्पाद को वेंचर कैपिटलिस्ट के समक्ष प्रस्तुत भी किया। कहना न होगा कि अपने उत्साह और साहस से वे सबकी आँख के तारे बन बैठे। पॉडभारती का चौथा अंक जारी हो गया है और इस में हमने इसी नन्हें सीईओ से एक खास बातचीत पेश की है।
इसी अंक में गदर फिल्म की कहानी को बड़े निराले ढंग से पेश किया है शशि ने और इसके अलावा वे दे रहे हैं एक सरप्राईज़ जानकारी हमारे साथी चिट्ठाकार समीर लाल के बारे। आपसे गुज़ारिश है अंक तो सुनें ही और साथ में अपनी राय से भी हमें अवगत करायें। पॉडभारती के जालस्थल पर साईडबार पर दिखाये एक सर्वेक्षण पर भी अपनी राय बतायें ताकि हम जान सकें कि आप हमसे किस तरह की सामग्री की अपेक्षा रखते हैं।
पाडभारती के नये अंक के प्रकाशित होने की बधाई! अंशुल समर जिस उमर में सीईओ बने कमाल की बात है। लेकिन इससे भी कम उमर में भारत में तमाम बच्चे अपनी द्काने चलाते हैं। लेवेल का अंतर है। नुक्ताचीनी की का नया रूप आकर्षक है।
इस बारे में कल ही सुन चुके हैं जी पॉडभारती में. अच्छा रहा ये अंक भी. ग़दर थोड़ी लंबी खिच गयी.
अंशुल सामर पैसों से क्या करेंगे? शायद पैसों से, किसी को स्कूल का होमवर्क करने के लिये रख सकते हैं 🙂
एलिमेंतियो की अन्यत्र चर्चा
दादा पॉडकास्ट सुना. बन्दा अच्छी अमरीकन-हिन्दी बोल लेता है, आप ही सवालों में अंग्रेजी घुसेड़ रहे थे 🙂
साक्षात्कार अच्छा लगा.
भारतीय बच्चे कमाते तो हैं ही, स्वरूप अलग अलग है.
सुना इस बालक को पॉडभारती पर. शुभकामनायें.