बढ़ती आर्थिक असमानता: भारत के विकास मॉडल पर सवालिया निशान

बी बीसी की इस हालिया रपट को पढ़ कर काफी चिंता हुई। इसके मुताबिक संरचनात्मक असमानता और तकनीकी बदलाव भारत के उपभोक्ता बाजार और आर्थिक प्रक्षेपवक्र को नया आकार दे रहे हैं। भारत की...

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कृत्रिम मेधा (AI): विरोध से परिवर्तन की ओर

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रति लोगों का विरोध दरअसल एक नई क्रांति की दस्तक है, जहाँ चुनौतियों को अवसरों में बदलने की कला सीखनी होगी।

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क्या इलेक्ट्रिक वाहन मरम्मत के एकाधिकार की ओर बढ़ रहे हैं?

शुरुआती ईवी के विपरीत, नए मॉडलों में अक्सर सीलबंद बैटरी पैक होते हैं, जो मरम्मत और रीसाइक्लिंग रोक कर पर्यावरणीय चुनौतियां पैदा करते हैं।

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याहू का ठीकरा और के सर

हाल ही में याहू के भाषाई पोर्टल पर मलयालम मसौदे के चुराने के आरोप याहू पर लगाये गये, काफी हलचल रही है। ऐसे मामलों मे काफी राजनीति भी शामिल रहती है। मैं यह वृत्तांत पढ़ता रहा हूँ पर हाल की याहूधुरविरोधी की प्रविष्टि पढ़कर मुझे बुरा लगा कि इसके बहाने याहू को कंटेंट प्रदान करने […]

सप्ताह 08 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह

मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार देसीडब्बाछोटे और बड़े पर्दे की चटपटी खबरों के साथ साक्षी का नया उपक्रम।टैग: [tv cinema desidabba gossip] चेंजआप क्या बदलना चाहते हैं दुनिया में?टैग: [change.org socialsoftware] इवेंट्स इन इंडियाभारत में हो रहे आयोजनों की समयसूचीटैग: [eventsinindia] मिंटहिंदुस्तान टाईम्स और वॉल स्ट्रीट जर्नल का नया, बेहद युवा अखबारटैग: [livemint mint ht wsj newspaper […]

डोमेन ले लो, डोमेन

हिन्दी में डिग जैसी साईट बनाने के उद्देश्य से मैंने ६ ७ माह पहले दो डोमेन बुक कराये थे। पर योजना पर काम करते करते देर हो गई और मेरा मन इसे पर से उब चला है। मैं ये दोनों डोमेन नाम बेचना चाहता हूं, एक है कड़ीघर डॉट कॉम और दूसरा एक डॉट इन […]

भूसंपत्ति की कीमतें : मुख्यधारा का मीडिया अब चेता

अर्थनीति जैसे विषयों में मेरी खास रुचि नहीं रही पर फिर भी इंडियन इकॉनामी ब्लॉग पर नज़र रखता रहा हूँ। गये साल होम लोन लेने के बाद मुझे भूसंपत्ति के बारे में थोड़ी जानकारी बढ़ाने का मौका मिला और लगातार बढ़ती कीमतों और कर्ज़ दरों को लेकर चिंतित भी रहा। इस बीच लोगों से चर्चा […]

अ मिलियन पैंग्विंस

कोलैबोरेटिव, विज़्डम आफ क्राउड्स, सोशियल नेटवर्किंग। सब सुने शब्द हैं न? आजकल तो इन्हीं शब्दों का अंतर्जाल पर बोलबाला है और इसमें एक नया अध्याय जुड़ रहा है। मशहूर प्रकाशक पेंग्विन ने इसी भावना से एक विकीनोवल का विचार प्रस्तुत किया है, अ मिलियन पैंग्विंस में जिसमें विकी के द्वारा उपन्यास लिखें जायेंगे। हालांकि ऐसे […]

अब इंटरनेट ही आपका बुद्धु बक्सा भी

भारतीय अर्थव्यवस्था उबाल पर है और फील गुड फैक्टर राजनैतिक विज्ञापनों से निकल हमारे जीवन में ही क्या इंटरनेट पर भी उतर चुकी है, वह भी वेब २ उन्माद की छौंक के साथ। यूट्यूब का देसी संस्करण बनने के इच्छुक तेरा विडियो, तुम ट्यूब और मेरा विडियो के बाद अब बारी है हाल ही में […]