डॉ. नारà¥à¤²à¥€à¤•र केवल समीकरणों और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚डीय सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• नहीं थे। वे उस पीढ़ी के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ को सामानà¥à¤¯ जनमानस से जोड़ा।
आगे पढ़ेंकलिंग का यà¥à¤¦à¥à¤§ फिर शà¥à¤°à¥
अगर आपने धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दिया हो तो विगत दो हफà¥à¤¤à¥‹à¤‚ (शायद उससे à¤à¥€ पहले) से विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ चैनलों पर à¤à¤• सरकारी विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ दिखाया जा रहा है। à¤à¤• चिकन पपेट के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤°à¥à¤—ियों की सहसा मौत या बीमार मà¥à¤°à¥à¤—ियों की जानकारी देने का अनà¥à¤°à¥‹à¤§ किया जा रहा है। मà¥à¤à¥‡ तà¤à¥€ खटका था कि अखबारों में तो इस तरह […]
इंक बà¥à¤²à¥‰à¤—िंगः हà¥à¤¨à¤° हाथों का
लीक से हटकर बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग की चरà¥à¤šà¤¾ पिछली पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ में छेड़ी गई थी जिसमें मैंने टंबललॉग का ज़िकà¥à¤° किया था। इस बार बात करते हैं चिटà¥à¤ ाकारी के à¤à¤• और अतà¥à¤¯à¤‚त ही रचनातà¥à¤®à¤• तरीके “हसà¥à¤¤à¤²à¤¿à¤–ित चिटà¥à¤ ाकारी” या “इंक बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग” की। इंक बà¥à¤²à¥‰à¤— लिखने के लिये लेखक पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ टाईप न कर अपनी हसà¥à¤¤à¤²à¤¿à¤ªà¤¿ में ही कागज़ पर लिख […]
टंबललॉगः गागर में सागर
बà¥à¤²à¥‰à¤—िंग विधा कितनी लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ है यह हम सब ही जानते हैं, हर कोई अपनी बात कहने को उतà¥à¤¸à¥à¤• है। विधा पनपी तो इसने अनà¥à¤¯ अनेक रूप गà¥à¤¨à¥‡ शà¥à¤°à¥ किये, केवल कड़ियों का समावेश करने वाले लिंकबà¥à¤²à¥‰à¤—, मोबाईल फोन से की जा सकने वाली मोबà¥à¤²à¥‰à¤—िंग, अपनी आवाज़ को रिकारà¥à¤¡ कर पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ का रूप दी जा सकने […]
सप्ताह 11 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह
मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार विकी शबà¥à¤¦ अब आकà¥à¤¸à¤«à¥‰à¤°à¥à¤¡ शबà¥à¤¦à¤•ोश मेंमूलतः हवाईयन à¤à¤¾à¤·à¤¾ का शबà¥à¤¦ अब मानक अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ शबà¥à¤¦ à¤à¥€! सामूहिक यतà¥à¤¨à¥‹à¤‚ की जय हो!टैग: [wikipedia wiki dictionary oxford विकी विकीपीडिया] à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¨ थीम पà¥à¤°à¤¿à¤µà¥à¤¯à¥‚वरà¥à¤¡à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ के मà¥à¤–पृषà¥à¤ को छेड़े बिना थीम à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¨ कंसोल से ही आजमाने का तरीका।टैग: [wordpress themes वरà¥à¤¡à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸] डीà¤à¤•à¥à¤Ÿà¥€à¤µà¥‡à¤Ÿ पà¥à¤²à¤—िनवरà¥à¤¡à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ के सारे पà¥à¤²à¤—िन à¤à¤• साथ […]
पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—र मीट के ताज़ा चितà¥à¤°
जी हाठदिलà¥à¤²à¥€ की बà¥à¤²à¥‰à¤—र मीट की सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद होश आया कि दो à¤à¤¸à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—र मीट तो सितंबर 2006 में पà¥à¤£à¥‡ में à¤à¥€ हो चà¥à¤•ी हैं जिनकी कहीं à¤à¥€ तसà¥à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ नहीं पà¥à¤°à¤•ाशित कि गईं। बहरहाल, ये बà¥à¤²à¥‰à¤—र मिलन की खबर बासी सही, चितà¥à¤° सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ अपà¥à¤°à¤•ाशित हैं। पहले चितà¥à¤° में मैं हूं रमण कौल के […]
कैमरा खरीदेंगे?
जी मेरा कैमरा! कà¥à¤¯à¤¾ करूं, बेचता नहीं पर असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² के बिल चà¥à¤•ाने हैं। वाकई बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ कैमरा है। यकीन न आये तो ये फोटो देखें जो आखिरी बार मैंने खींचा था।