बढ़ती आर्थिक असमानता: भारत के विकास मॉडल पर सवालिया निशान

बी बीसी की इस हालिया रपट को पढ़ कर काफी चिंता हुई। इसके मुताबिक संरचनात्मक असमानता और तकनीकी बदलाव भारत के उपभोक्ता बाजार और आर्थिक प्रक्षेपवक्र को नया आकार दे रहे हैं। भारत की...

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कृत्रिम मेधा (AI): विरोध से परिवर्तन की ओर

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रति लोगों का विरोध दरअसल एक नई क्रांति की दस्तक है, जहाँ चुनौतियों को अवसरों में बदलने की कला सीखनी होगी।

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क्या इलेक्ट्रिक वाहन मरम्मत के एकाधिकार की ओर बढ़ रहे हैं?

शुरुआती ईवी के विपरीत, नए मॉडलों में अक्सर सीलबंद बैटरी पैक होते हैं, जो मरम्मत और रीसाइक्लिंग रोक कर पर्यावरणीय चुनौतियां पैदा करते हैं।

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The Agile Chronicles Merch

सप्ताह 46 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह

मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार ब्लॉगिंग निबंध प्रतियोगिताचिट्ठाकारी पर निबंध लिखें और 150 डॉलर जीतें।टैग: [wltc essay blogging ब्लॉगिंग] मेरी लोकप्रिय प्रविष्टिडेव वाईनर और ओम मलिक जैसे अनेक ए-लिस्ट चिट्ठाकारों के बयान।टैग: [blogging ब्लॉगिंग] फोटोमैटवर्डप्रेस के रचयिता मैट के ब्लॉग का नया रंगरूप, नई थीम।टैग: [wordpress themes photomatt वर्डप्रेस] लाईसेंसाअपने ब्लॉग की सामग्री को लाईसेंसीकृत कर पैसे […]

बोतल में तूफान

कोला में पेस्टीसाईड की उपस्थिति पर बोतल में तूफान कई बार उठे हैं। कोला निर्माता और दोषारोपण करने वाली सी.एस.ई दोनों पर ही संदेह किया जा रहा है। निरंतर के नये अंक में अफ़लातून और अर्जुन स्वरूप की इसी विषय पर एक बहस प्रकाशित हुई। उनके विचारों को पढ़ते समय यह सोचा था कि अपने […]

रीव्यूमी: क्या यह व्यावसायिक चिट्ठाकारिता है?

भारतीय काफी छिद्रान्वेशी होते ही हैं॥ हर सेवा, हर चीज़ पर नाकभौं सिकोड़ना, हर बात में नुक्स निकालना और यहाँ तक की अपने ब्लॉग का नाम और विषय भी नुक्ताचीनी रख लेना। पर और अगर यह सब करने के लिये पैसे भी मिलने लगे तो? “स्वपोषित ब्लॉगविधा” या “व्यावसायिक चिट्ठाकारिता” के समर्थक मेरे कई ब्लॉग […]

निरंतर पत्रिका की फीड

निरंतर पत्रिका की भी अब क्षमल फीड उपलब्ध है। आप इसे http://feeds.feedburner.com/nirantar के पते से पढ़ सकेंगे। फीड में पूरे लेख देना तो संभव नहीं पर हाँ नये आलेखों की सूचना पाने के लिये यह उत्तम माध्यम होगा। अवश्य सब्सक्राईब करें।

तुम भी फीड बर्न कर लो

जब मेरा अंग्रेज़ी ब्लॉग जेरौलर पर हुआ करता था तब फीडबर्नर की मकबूलियत के बावजूद कभी आजमाया नहीं। अपनी चीज़ दूसरे के हाथ देने में डर तो लगता ही है। पर जब वर्डप्रेस पर ब्लॉग स्थानांतरित हुआ तो अपनी इस हिचक पर कोफ़्त हुआ। मेरा ब्लॉग कहीं भी रहे उसके फीड का पता भी क्या […]

बनाओ अपना गूगल खोजी

गूगल कोआप गूगल खोज परिणामों में सुधार लाने के लिये सार्वजनिक योगदान पाने का एक मंच रहा है। इसकी ताज़ा पेशकश है कस्टमाईज़्ड सर्च इंजन यानी आपका अपना खोज तंत्र। यह है को कुछ कुछ रोल्यो या स्कूपगो जैसा पर चुंकि खोज परिणाम गूगल के ही होंगे खोज के प्रामाणिकता और विस्तार की कल्पना की […]