ज़ेमांटा द्वारा अपनी ब्लॉगिंग में चार चाँद लगायें

ज़ेमांटा एक ब्राउज़र आधारित सिमेंटिक अनेलिससि इंजन है जो ब्लॉग पोस्ट लिखते समय लेखक को प्रासंगिक कड़ियाँ, चित्र, सामग्री और टैग सुझाता है जिससे पोस्ट लिखना बच्चों के खेल बन जाता है। फिलहाल यह केवल अंग्रेज़ी चिट्ठों के ही काम का है और केवल फायरफाक्स पर ही चलता है, पर यह लगभग सभी लोकप्रिय ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म जैसे ब्लॉगर, वर्डप्रेस, आदि के लिये उपलब्ध है। पढ़िये ज़ेमांटा के बारे में रोचक जानकारी। आप यह प्रविष्टि पॉडभारती पर सुन भी सकते हैं।

फूलों की सेज नहीं ब्लॉगिंग

दैनिक भास्कर के भोपाल संस्करण में छपे ब्लॉग परिशिष्ट के बारे में संजय ने लिखा ही है। जैसा सिरिल ने लिखा, सभी ब्लॉग व जालपतों को सही सही लिखने वाला शायद ये पहला अखबारी प्रयास होगा। इसके लिये रवि भैया और अजीत भाई को साधुवाद! मुझसे ब्लॉगिंग के कृष्ण पक्ष पर प्रकाश डालता एक बॉक्स […]

कितने आदमी हैं?

चिट्ठाकार समूह पर अनुनाद ने सूचना दी कि वेबदुनिया भारतीय भाषाओं में अपना ब्लॉगिंग प्लैटफार्म शुरु करने जा रहा है (हालांकि अपनी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने “प्लेटफार्म” की बजाय “ब्लॉग” लिखना उचित समझा जिससे ये समझ आता है कि बड़े समूहों को भी ब्लॉगिंग की वो बात समझ नहीं आ रही जो सामान्य चिट्ठाकारों को […]

हिन्दी चिट्ठाकारी के दिन बहुरे?

ये सवाल रवि भैया पूछ रहे हैं चिट्ठा चर्चा पर। प्रसंग है अनामदास, रवीश तथा प्रमोद की ब्लॉग प्रविष्टियों का किसी प्रिंट पत्रिका (“बया”) में प्रकाशन। चिट्ठाकारों का मुख्यधारा के प्रकाशन में जाना नई बात तो नहीं है पर हिन्दी चिट्ठाजगत के लिये ये ज़रूर नई बात है। चिट्ठाकारी के शुरुवाती दिनों में लोग ब्लॉगिंग […]

सप्ताह 34 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह

मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार नीड ग्रब: भारतीय रेस्तरां की जानकारी इंडियन ब्लॉग्स: भारतीय चिट्ठों की सूची ब्लॉग अड्डा: भारतीय चिट्ठों की एक और सूची दूरदर्शन के सीरीयल: यादें ताज़ा करें बीबीसी आईप्लेयरः पिछले हफ्ते का टीवी नेट पर सिमीली प्रोजेक्ट: अभूतपूर्व विजेट कैमस्टूडियो: स्क्रीन कास्टिंग का अनोखा यंत्र कर्रीकी: पाठ्यक्रमों का विकी

तीन गैरज़रूरी बातें

जी हाँ, खास काम की बातें नहीं हैं। पर कई बार फालतू चीज़ें बताने का भी तो दिल करता है। जीटॉक पर आपको बताता तो खफा हो जाते, ईमेल पर बताना खुद मुझे गवारा नहीं, तो पोस्ट तो बनती है न? शुक्र मनाईये कि इसको तीन अलग अलग पोस्ट बना कर नहीं डालीं। तो पहली […]

इंक ब्लॉगिंगः हुनर हाथों का

लीक से हटकर ब्लॉगिंग की चर्चा पिछली प्रविष्टि में छेड़ी गई थी जिसमें मैंने टंबललॉग का ज़िक्र किया था। इस बार बात करते हैं चिट्ठाकारी के एक और अत्यंत ही रचनात्मक तरीके “हस्तलिखित चिट्ठाकारी” या “इंक ब्लॉगिंग” की। इंक ब्लॉग लिखने के लिये लेखक प्रविष्टि टाईप न कर अपनी हस्तलिपि में ही कागज़ पर लिख […]

टंबललॉगः गागर में सागर

ब्लॉगिंग विधा कितनी लोकप्रिय है यह हम सब ही जानते हैं, हर कोई अपनी बात कहने को उत्सुक है। विधा पनपी तो इसने अन्य अनेक रूप गढ़ने शुरु किये, केवल कड़ियों का समावेश करने वाले लिंकब्लॉग, मोबाईल फोन से की जा सकने वाली मोब्लॉगिंग, अपनी आवाज़ को रिकार्ड कर प्रविष्टि का रूप दी जा सकने […]