वर्डपैटर्न
एक पल के लिये तो यकीन ही हो गया था। जब वर्डप्रेस और टेक्सटपैटर्न के विलय की खबर की कड़ी नुक्ताचीनी के डैशबोर्ड पर देखी तो तुरंत क्लिक किया। फिर रुख किया वर्डपैटर्न की कथित वेबसाईट पर और तभी बजी घंटी। वापस जा कर पोस्ट की तारीख देखी और सर पीट लिया, लगता है कि बना ही दिया मैट ने अप्रेल फूल।
और मज़ेदार शगूफ़ेः
मैने पहली बार देखा ऐसे भी बनाये जाते हैं
मैं नहीं बना, मैं मूर्ख नहीं बना, ये वर्डप्रैस वाले मज़ाक से तो april fool की गन्ध आ रही थी। 😀
इस बार मज़ा नहीं आया, उधर स्कोबल को देखो, क्या बकवास जोक मारा है, कदाचित् ही कोई मूर्ख बने!! 😉