हिनà¥à¤¦à¥€ समाचार सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ से ताज़ा सà¥à¤°à¥à¤–ियाà¤
अंतरà¥à¤œà¤¾à¤² पर हिनà¥à¤¦à¥€ सामगà¥à¤°à¥€ की बात हो तो समाचारों सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ का हिनà¥à¤¦à¥€ में होना à¤à¥€ वाजिब बात थी। कà¥à¤› समय पहले तक दैनिक à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•र, नवà¤à¤¾à¤°à¤¤ टाईमà¥à¤¸ जैसे अखबारों के जालसà¥à¤¥à¤² यूनीकोडित न होने की वजह से इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤—ेट कर पाना मà¥à¤¶à¥à¤•िल काम था। दिसंबर में कड़ी अनà¥à¤µà¥‡à¤·à¥€ अनà¥à¤¨à¤¾à¤¦ ने सूचना दी थी कि मेधास के करà¥à¤®à¤ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की मेहनत से पà¥à¤°à¥‹à¤ªà¤¾à¤¯à¤Ÿà¤°à¥€ फाà¤à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने वाले अनेकानेक à¤à¤¸à¥‡ समाचार सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के यूनीकोडित सà¥à¤µà¤°à¥‚प उपलबà¥à¤§ हैं। साथ ही सराय के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के शà¥à¤°à¤® से अनेकों à¤à¤¸à¥‡ सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ की कà¥à¤·à¤®à¤² फीड à¤à¥€ अब उपलबà¥à¤§ है।

इन सà¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥€ समाचार सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ से ताज़ा सà¥à¤°à¥à¤–ियाठà¤à¤• ही जगह पर दिखाने के लिये मैंने बà¥à¤²à¥‰à¤—र पर à¤à¤• जà¥à¤—ाड़ तैयार किया है। सà¥à¤°à¥à¤–ियाठमें आप इन सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ से पाà¤à¤š ताज़ा समाचार की कड़ियाठदेख पायेंगे। यदि कोई कड़ी छूटी हो तो टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वहीं बतायें, समय समय पर नये समाचार जालसà¥à¤¥à¤² जोड़े जाते रहेंगे।
है तो बडा सही, लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ ये संà¤à¤µ हो सकता है कि कà¥à¤› कà¥à¤› समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की नà¥à¤¯à¥‚ज में जो आगे से तारीख आ रही है वो हठसकती है कà¥à¤¯à¤¾ जैसे कि अनà¥à¤¯ समाचारों में देख सकते हैं। बà¥à¤²à¥‹à¤— डिगर जैसे किसी में इन सबको इकटà¥à¤ े करके फीड तैयार कर सकते है कà¥à¤¯à¤¾à¥¤ अगर हाठतो उसे फिर हम किसी à¤à¥€ बà¥à¤²à¥‹à¤— के साईड में लगा सकते हैं। वैसे अà¤à¥€ अकà¥à¤·à¤°à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® के साइड में कà¥à¤› समाचार देखे तो थे, पता नही सà¥à¤°à¥à¤–ियों में और उसमें समानता है या दोनो अलग अलग फीड सोरà¥à¤¸ से हैं।
तरà¥à¤£,
मेरा ख़à¥à¤¯à¤¾à¤² था कि समाचार की सà¥à¤°à¥à¤–ी के साथ तारीख दिखनी ही चाहिये ताकि पता चले की ख़बर किस तिथि की है। सà¥à¤°à¥à¤–ियाठबà¥à¤²à¥‰à¤— पर कà¥à¤› जगह आपको तारीख दिख रही होगी कà¥à¤› में नहीं, इसकी वजह यह है कि फीडà¥à¤¸ में अगर तारीख की जानकारी उपलबà¥à¤§ कराई गई हो तो वो दिखाई जाती है।
आपका सà¥à¤à¤¾à¤µ बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ है। मैंने सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® बà¥à¤²à¥‰à¤—डिगà¥à¤—र पर ही ये पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया था, यहाठदेखें, पर बà¥à¤²à¥‰à¤—डिगà¥à¤—र फीडà¥à¤¸ को अदà¥à¤¯à¤¤à¤¨ करने के मामले में बड़ा सà¥à¤¸à¥à¤¤ है और समाचार के मामले में यह ज़रà¥à¤°à¥€ हो जाता है कि फीडà¥à¤¸ शीघà¥à¤°à¤¤à¤¾ से अपडेट हों। मà¥à¤à¥‡ मालूम नहीं कि बà¥à¤²à¥‰à¤—र किस अंतराल में फीडà¥à¤¸ अपडेट करता है पर निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही ये बà¥à¤²à¥‰à¤—डिगà¥à¤—र से तेज़ ही होगा।
अकà¥à¤·à¤°à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® पर बà¥à¤²à¥‰à¤—डिगà¥à¤—र की फीड से ही सà¥à¤°à¥à¤–ियाठदिखती हैं, पर ये à¤à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— à¤à¤° था, वे शीघà¥à¤° ही हटा ली जायेंगी।
Bahut sahi jugad,
bahut bahut badhai.
Achha prayas hai, ye project kaafi safal ho sakta hai, lekin kya koi copyright ka panga hoga? Jo Newspaper apni feed nahi dete, unke feed dikhana, kisi kaanoon ka violation hoga kya?
जीतू पंगा होगा तो हटा लेंगे वैसे à¤à¥€ फीड बनाने वालों नें इस बात की तसदीक कर ली होगी à¤à¤¸à¥€ उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है, हम तो बस फीड के कंज़à¥à¤¯à¥‚मर हैं।
देवाशिष à¤à¤¾à¤ˆ यह à¤à¤• उपयोगी जà¥à¤—ाड़ लग रहा है…कà¥à¤¯à¤¾ यह सà¥à¤°à¥à¤–ियाठअलग अलग समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ से होंगी या किसी à¤à¤• से…। अगर अलग होंगी तो समाचार पतà¥à¤° का नाम à¤à¥€ साइड में आà¤à¤—ा….।
दिवà¥à¤¯à¤¾à¤à¤ƒ कà¥à¤¯à¤¾ वाकई आपने सà¥à¤°à¥à¤–ियाठबà¥à¤²à¥‰à¤— पर जाकर देखा? आपके सवाल से à¤à¤¸à¤¾ लगता तो नहीं है।
बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥¤ साधà¥à¤µà¤¾à¤¦ !
पी. टी. आई. à¤à¤¾à¤·à¤¾ की साइट à¤à¥€ यूनिकोडिट है:
http://www.ptinews.com/bhasha/ptisite.nsf
This is beautiful !
There could not have been a better way of bypassing the change-resistance newspapers that are ‘hiding’ so much content under their proprietary fonts.
Can you tell me who do I request to add more Gujarati newspapers to Medhas site ?
अचà¥à¤›à¤¾ लग रहा है /
मैं तो लगà¤à¤— इस जà¥à¤—ाड़ की तलाश पिछले २ महीने से कर रहा था /