सुरक्षा का आभास?
मेटाकैफे पर ये शानदार विडियो देखा, भारत में ही बना प्रतीत होता है। हाथी पर बैठे वन्यजीवन टूरिस्ट सुरक्षित दूरी से बाघ देखने आये हैं। पर क्या इतनी दूरी सुरक्षित दूरी थी?
मेटाकैफे की साईट पर एक पाठक ने संजीदा टिप्पणी की, “भला हो महावत के पास बाँस की छोटी सी डंडी थी जिसकी मदद से उसने बाघ को पीट पीट कर मार डाला” 😉 किसी ने विडियो के दूसरे भाग की मांग कि तो एक अन्य मनचले ने टिप्पणी की, “दूसरा भाग बनाने के लिये न डंडियाँ बचीं, न कैमेरामैन”।
मुस्कुराएं या अफ़सोस व्यक्त करें?
अरे बाप रे!!
ह्म्म, इस बारे में अगर यह और यहपढ़ लें तो शायद ज्यादा जानकारी हो जाएगी!!
Debashish ji..
Maine kareeb 8-9 pehle yeh video dekha tha.. aur mai iske baare mein sab kuch janana chahta tha.. kayi news channel par bhi maine yeh dekha aur kahani suni lekin jab maine iske baarien mein sach jaana toh mujhe bhi vishwaas nahi hua.. aap chahe toh padh sakte hai.. http://tigersinindia.blogspot.com/2007/07/tiger-attack.html
Regards..
Aman