मैंक्या, हिन्दी दा पला तो हुआ!

वॉटब्लॉग ने एक नये हिन्दी पोर्टल दैट्स हिन्दी की खबर दी तो चेहरा जाना पहचाना लगा। दरअसल ये वनइंडिया साईट कुछ समय पहले से मौजूद है और अब नये नाम से सामने आ रही है। हिन्दी समाचार, क्लासीफाईड्स वगैरह पर क्या सामग्री नई है और आ कहाँ से रही है? पड़ताल करें तो माजरा कुछ […]

ब्लॉगिंग में छुआछूतः बद से बदतर भला?

कथादेश में अविनाश के कॉलम पर अपनी राय लिखी पर समय पर पोस्ट करने से चूक गया। चुंकि अब कमेंटियाकर कुछ लाभ नहीं अतः इस पोस्ट का ही नाजायज लाभ उठाया जा रहा है। नारद काँड के बाद से बारंबार चिट्ठाजगत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात उठ रही हैं। बेवजह ही सही पर चिंताजनक […]

हिन्दी चिट्ठाकारी के दिन बहुरे?

ये सवाल रवि भैया पूछ रहे हैं चिट्ठा चर्चा पर। प्रसंग है अनामदास, रवीश तथा प्रमोद की ब्लॉग प्रविष्टियों का किसी प्रिंट पत्रिका (“बया”) में प्रकाशन। चिट्ठाकारों का मुख्यधारा के प्रकाशन में जाना नई बात तो नहीं है पर हिन्दी चिट्ठाजगत के लिये ये ज़रूर नई बात है। चिट्ठाकारी के शुरुवाती दिनों में लोग ब्लॉगिंग […]

आईफोन के ऐसे प्रयोग…

…जिनके विषय में शायद स्टीव जॉब्स भी नहीं जानते 🙂

नकली स्टीव जॉब्स का पर्दाफाश :)

करीब एक महीने पहले टेकगॉस के धनंजय ने मुझे एक ऐसे चिट्ठे की जानकारी दी थी जो एप्पल के सीईओ स्टीव जॉब्स का एक पैरोडी ब्लॉग था। “द सीक्रेट डायरी आफ स्टीव जॉब्स” नामक इस चिट्ठे का लेखक खुद को स्टीव बताकर यह चिट्ठा चला रहा था। टेकगॉस पर उसका बेहद दिलचस्प साक्षात्कार भी छपा […]

तीन गैरज़रूरी बातें

जी हाँ, खास काम की बातें नहीं हैं। पर कई बार फालतू चीज़ें बताने का भी तो दिल करता है। जीटॉक पर आपको बताता तो खफा हो जाते, ईमेल पर बताना खुद मुझे गवारा नहीं, तो पोस्ट तो बनती है न? शुक्र मनाईये कि इसको तीन अलग अलग पोस्ट बना कर नहीं डालीं। तो पहली […]

ओ तेरी! तुसी इंटरनैट क्रैश कर दित्ता!

ये ज़रूरी समाचार अपने इंडिया में शायद अब तक नहीं पहुंचा होगा। द अनियन की खबर है कि एक बेवकूफ की हरकत से इंटरनेट क्रैश हो गया है। अमरीकी सरकार अब से इसका बैकअप रखने की सोच रही है। अपने कंप्यूटर पर जो कुछ कैश है उसे बचा कर रखिये। विस्तृत खबर इस विडियो में: […]

चार सौ बीसी

अब स्पैमिंग काम ही चार सौ बीसी का है। ना भी बताते तो चलता था।

एग्रीगेटरों के बहाने से

चिट्ठाजगत में जो बदलाव आया है उसे साफ “प्री मुहल्ला” और “पोस्ट मुहल्ला” के रूप में देखा जा सकता है। प्री मुहल्ला, ज्यादातर चिट्ठाकार तकनीकी लोग, जो ज्यादा समय आनलाईन रहते थे, चिट्ठाकारी करते थे। जब उन्होंने ये समुदाय बनते देखा तो साथ हो लिये, दूसरों के मदद करने हेतु जो सीखा उसको लिपीबद्ध किया, […]

वेबदुनिया का नया यूनीकोडित रूप जारी

नईदुनिया मध्यप्रदेश ही नहीं देश के सबसे पुराने व प्रतिष्ठित अखबारों में से एक है। हाल ही में इस समाचार पत्र ने अपनी 60वीं वर्षगांठ मनाई है और इसके साथ ही नई उर्जा के साथ कुछ नये उपक्रमों का भी श्रीगणेश किया जैसे की छत्तीसगढ़ तथा अन्य राज्यों में संस्करणों का प्रस्ताव और शायद सर्वाधिक […]

ख़त्म हुये फितूर?

पिछले कई दिनों से कई किस्म के फितूर सवार रहे हैं और अब थोड़ी राहत मिली कि इनमें से कुछ फलीभूत भी हुये हैं। पहला फितूर तो पॉडकास्टिंग का ही था, चलो रेडियो न सही यहीं हाथ आजमा लिया जाय ये सोच कर शशि के साथ पिछले पखवाड़े पॉडभारती हिन्दी पॉडज़ीन की शुरुवात की गई। […]

एप्रिल फूल बनाया, बड़ा मज़ा आया

शनिवार शाम को अचनक सूझी कि पहली अप्रेल का कुछ मज़ा क्यों न लिया जाय। शशि को फोन लगाया और आइडिया बताया कि क्यों न एनडीटीवी से जुड़े अनुमानों को ही सच कर दिखाया जाय। तय हुआ कि फर्ज़ी साईट मैं बना लुंगा और मसौदा शशि भेज देंगे। रात को शशि की मेल न दिखी […]

गूगल टीआईएसपी: ब्रॉडबैंड दा बाप

स्पष्टिकरणः यह समूची पोस्ट अप्रेल फूल बनाने के लिये लिखी मजाकिया पोस्ट है, इसमें कही बातें सरासर गप्प हैं और केवल मजे लेने के लिये ही लिखी गई हैं। इंटरनेट सर्विस प्रोवाईडर्स की मनमानी और औनेपौने दामों का आखिरकार जोरदार तोड़ आ ही गया है और वो भी गूगल के द्वारा। गूगल ने आज टीआईएसपी […]

साइबर मुहल्ला से जाहिर एनडीटीवी का छुपा अजेंडा

स्पष्टिकरणः यह समूची पोस्ट अप्रेल फूल बनाने के लिये लिखी मजाकिया पोस्ट है, इसमें कही बातें सरासर गप्प हैं और केवल मजे लेने के लिये ही लिखी गई हैं। पाठकों को याद होगा कि चिट्ठा चर्चा में मेरे लगाये कयास पर एनडीटीवी के अविनाश ने टिप्पणी की थी के ये केवल उनका व उनके सहयोगियों […]

मटर विथ मेघा

इस साल की इंडीब्लॉगीज़ स्पर्धा के समापन पर जानेमाने अंग्रेज़ी चिट्ठाकार अमित वर्मा ने मुझे मज़ाक में लिखा था, “ये प्रतियोगिता एक बंगाली द्वारा आयोजित है, पिछली दफा इसे एक आधे बंगाली ने जीता (अमित की माताजी बंगाली हैं) और इस साल एक पूरे बंगाली ने। तो अगले साल क्या होने वाला है?” आप भी […]

याहू का ठीकरा और के सर

हाल ही में याहू के भाषाई पोर्टल पर मलयालम मसौदे के चुराने के आरोप याहू पर लगाये गये, काफी हलचल रही है। ऐसे मामलों मे काफी राजनीति भी शामिल रहती है। मैं यह वृत्तांत पढ़ता रहा हूँ पर हाल की याहूधुरविरोधी की प्रविष्टि पढ़कर मुझे बुरा लगा कि इसके बहाने याहू को कंटेंट प्रदान करने […]

भूसंपत्ति की कीमतें : मुख्यधारा का मीडिया अब चेता

अर्थनीति जैसे विषयों में मेरी खास रुचि नहीं रही पर फिर भी इंडियन इकॉनामी ब्लॉग पर नज़र रखता रहा हूँ। गये साल होम लोन लेने के बाद मुझे भूसंपत्ति के बारे में थोड़ी जानकारी बढ़ाने का मौका मिला और लगातार बढ़ती कीमतों और कर्ज़ दरों को लेकर चिंतित भी रहा। इस बीच लोगों से चर्चा […]