हिन्दी चिट्ठाकारी के आँकड़ों पर एक नज़र

हिन्दी ब्लॉग्स चिट्ठादर्शिका पर एक सुविधा पर ज्यादा लोगों की नज़रेइनायत नहीं होती पर मुझे उसमें खास रुचि रहती है। चिट्ठाकारी के शुरुवाती दिनों से ही मुझे इनके आँकड़ें आकर्षित करते रहे हैं। चिट्ठाविश्व पर एक जावा एप्लेट हुआ करता था जो विभिन्न भारतीय भाषाओं के चिट्ठों की संख्या का अनुमान लगाने में मदद करता […]

RMIM पुरस्कारः आप का पसंदीदा गीत कौन सा है?

इंटरनेट पर कई भारतीय अपनी माटी की सुगंध लेने आते रहे हैं। यूज़नेट समूहों के ज़रिये अपने वतन के बारे में बाते करते रहे हैं। 1992 में स्थापित rec.music.indian.misc एक ऐसा ही न्यूज़ग्रुप है जो हिन्दी संगीत के चाहनेवालों का जमघट रहा है, भले बातें अंग्रेज़ी या रोमन लिपि में हिन्दी लिख कर होती हों, […]

चार पोस्टिया ब्लॉग विशेषज्ञ

संजय तिवारी के मन में दिल्ली की प्रस्तावित ब्लॉगर मीट से सहसा विस्फोट हुआ है। लिखते हैं, “निश्चित रूप से इस भेंटवार्ता के पीछे कोई व्यावसायिक नजरिया है. स्पांसरों का खेल है. और जहां व्यावसायिक नजरिया और स्पांसर पहुंच जाते हैं वहां आयोजन हमेशा निमित्त बनकर रह जाते हैं. होता यह है कि आयोजन स्पांसरों […]

पॉडभारती का नया अंक जारी

लोकप्रिय हिन्दी पॉडकास्ट पॉडभारती ने अपना नया अंक जारी कर दिया है। इस बार के अंक से एक नये स्तंभ की भी शुरुआत हुई है जिसका नाम है “लीक से हटकर”। पॉडभारती के ताज़ा अंक में आप सुन सकते हैं नये स्तंभ “लीक से हटकर” में जीटॉक के स्टेटस संदेशों के अभिनव प्रयोग के बारे […]

मैंक्या, हिन्दी दा पला तो हुआ!

वॉटब्लॉग ने एक नये हिन्दी पोर्टल दैट्स हिन्दी की खबर दी तो चेहरा जाना पहचाना लगा। दरअसल ये वनइंडिया साईट कुछ समय पहले से मौजूद है और अब नये नाम से सामने आ रही है। हिन्दी समाचार, क्लासीफाईड्स वगैरह पर क्या सामग्री नई है और आ कहाँ से रही है? पड़ताल करें तो माजरा कुछ […]

ब्लॉगिंग में छुआछूतः बद से बदतर भला?

कथादेश में अविनाश के कॉलम पर अपनी राय लिखी पर समय पर पोस्ट करने से चूक गया। चुंकि अब कमेंटियाकर कुछ लाभ नहीं अतः इस पोस्ट का ही नाजायज लाभ उठाया जा रहा है। नारद काँड के बाद से बारंबार चिट्ठाजगत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात उठ रही हैं। बेवजह ही सही पर चिंताजनक […]