डॉ. नारà¥à¤²à¥€à¤•र केवल समीकरणों और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚डीय सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• नहीं थे। वे उस पीढ़ी के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ को सामानà¥à¤¯ जनमानस से जोड़ा।
आगे पढ़ेंबकाया बातें
फिर वही दौर जब चिटà¥à¤ े पà¥à¤¤à¤¾ तो हूठपर कà¥à¤› लिखने का जी नहीं करता। à¤à¤¸à¥‡ में सोचा कà¥à¤› बकाया बातें कर ली जाà¤à¤‚। पहले हिनà¥à¤¦à¥€ के तकनीकी शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से संबंधित à¤à¤• बात। शायद आप को ञात हो, की सूचना पà¥à¤°à¥‹à¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी से संबंधित शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ से हिनà¥à¤¦à¥€ मानà¥à¤¯ तजà¥à¤°à¥à¤®à¥‡ यहां उपलबà¥à¤§ है। […]
हम बà¥à¤²à¥‰à¤—
पà¥à¤°à¤¾à¤•ृत à¤à¤¾à¤·à¤¾ में बà¥à¤²à¥‰à¤— की बात करें तो निःसंदेह अगà¥à¤†à¤ˆ का सेहरा तमिल à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सर बंधेगा। हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ों के संसार में नई लहर उठे अà¤à¥€ शायद कà¥à¤› माह ही हà¥à¤ हैं, आलोक ने à¤à¥€ तकरीबन १ साल पहले अपना हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ा शà¥à¤°à¥ किया था, पर तमिल à¤à¤¾à¤·à¤¾ में कई चिटà¥à¤ ाकारों ने मिलकर इस आंदोलन […]
बस आगे बà¥à¤¤à¥‡à¤‚ रहें
पंकज के मà¥à¤µà¥‡à¤¬à¤² टाइप के अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ के दौरान हà¥à¤ˆ चरà¥à¤šà¤¾ में मैंने या विचार रखे थे कि log, trackback, preview, template, password, username, archives, flag, bookmarklet जैसे पारिà¤à¤¾à¤·à¤¿à¤• शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ को जस का तस लिखना चाहिà¤, हर शबà¥à¤¦ का हिनà¥à¤¦à¥€à¤•रण उचित नहीं। पंकज का मानना है: मैं सोचता हूठकि अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ à¤à¤¸à¤¾ होना चाहिठजो कि […]
कशà¥à¤®à¥€à¤° और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ अंरà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤°à¥‹à¤§
मेहमान का चिटà¥à¤ ाः नितिन मेरा यह मानना है कि जब तक पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ अपने à¤à¤¾à¤°à¤¤-विरोध को छोड़ खà¥à¤¦ अपनी राह पर नहीं चलता तब तक उप-महादà¥à¤µà¥€à¤ª में पूरà¥à¤£ शांति की आशा नहीं की जा सकती। 1947 के बाद चाहे-अनचाहे पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ à¤à¤• सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° राषà¥à¤Ÿà¥ƒ बन गया है, यह à¤à¤• सतà¥à¤¯ है। लेकिन सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की अपनी सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° […]
कावà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¤ƒ बनकर याद मिलो
कॉलेज के दिनों में हर कोई कवि बन जाता है, कम से कम कवि जैसा महसूस तो करने लगता है। जगजीत के गज़लों के बोलों के मायने समठआने लगते हैं और कà¥à¤› मेरे जैसे लोग अपनी डायरी में मनपसंद वाकये और पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ नोट करने लगते हैं। कल अपने उसी खजाने पर नज़र गयी तो […]
संचार माधà¥à¤¯à¤® और सामाजिक दायितà¥à¤µ
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ टेलिविज़न परिदृशà¥à¤¯ के सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤ में बात करें तो आप को दो सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ समूह मिलेंगे। à¤à¤• ओर तो सरकारी टेलिविज़न दूरदरà¥à¤¶à¤¨ है और दूसरी तरफ उपगà¥à¤°à¤¹ चैनलों का à¤à¥à¤£à¥à¤¡à¥¤ दोनों की कारà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में खासा अंतर है। दूरदरà¥à¤¶à¤¨ पारंपरिक तौर से सतà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥‚ॠदल का सरकारी à¤à¥‹à¤‚पू बना रहा है। अगर इस बात को नज़रअंदाज़ कर सकें […]