डॉ. नारà¥à¤²à¥€à¤•र केवल समीकरणों और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚डीय सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• नहीं थे। वे उस पीढ़ी के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ को सामानà¥à¤¯ जनमानस से जोड़ा।
आगे पढ़ेंà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤²à¥‰à¤— मेला: आमंतà¥à¤°à¤£
हरà¥à¤· का विषय है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤²à¥‰à¤— मेला पहली बार किसी अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के चिटà¥à¤ े पर अवतरित हो रहा है। यह नाम à¤à¥€ बड़ा उपयà¥à¤•à¥à¤¤ है, हालाà¤à¤•ि कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ के जंगलों में मेले अब होते नहीं पर मेले का नाम ज़ेहन में आते ही मनोरंजन धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ आता है, à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ आयोजन जहाठविà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विषयों पर लिखने […]
कादमà¥à¤¬à¤¿à¤¨à¥€ में नà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾ चीनी का ज़िकà¥à¤°
आपने पूछाः कैसा लगता है? ज़ाहिर हैः अचà¥à¤›à¤¾ लगता है
देह पर टिकी संसà¥à¤•ृति
अकà¥à¤·à¤°à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® अनà¥à¤—ूà¤à¤œ – पहला आयोजन à¤à¤• नज़र मायानगरी मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ के à¤à¤• अखबार कि सà¥à¤°à¥à¤–ियों पर। सिनेमा के इशà¥à¤¤à¤¹à¤¾à¤° वाले पृषà¥à¤Ÿ पर मलà¥à¤²à¤¿à¤•ा अपने आधे उरोज़ और अधोवसà¥à¤¤à¥à¤° की नà¥à¤®à¤¾à¤ˆà¤¶ कर अपनी नई फिलà¥à¤® का बà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¾ दे रही हैं। पृषà¥à¤Ÿ पर à¤à¤¸à¥‡ दरà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ हैं, औरत मरà¥à¤¦ के रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को नठचशà¥à¤®à¥‡ से देखा जा रहा […]
वरà¥à¤œà¤¼à¤¨ वरण बनाम ईंटरà¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤µ माधà¥à¤¯à¤®
बजाज अपनी à¤à¤• वाहन शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के लिठबने टीवी विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ में रेडियो समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ अमीन सायानी की आवाज़ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर रहा है। दरअसल यह à¤à¤• ही विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨Â है पर इसका पà¥à¤°à¤°à¥à¤¦à¤¶à¤¨ अदनान सामी के साथिया फ़िलà¥à¤® के लिठगाठà¤à¤• चरà¥à¤šà¤¿à¤¤ गीत के पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• हिनà¥à¤¦à¥€ अंतरे के बाद अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ अंतरों के पृथक कॉमà¥à¤¬à¥€à¤¨à¥‡à¤¶à¤¨ के रूप […]
चिटà¥à¤ ा विशà¥à¤µ का नया संसà¥à¤•रण
हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ों के संसार की अनंतर दासà¥à¤¤à¤¾à¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करने के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ में कà¥à¤› सà¥à¤§à¤¾à¤° के बाद, चिटà¥à¤ ा विशà¥à¤µ नठरà¥à¤ª में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है, जिसमें चिटà¥à¤ ाकार व चिटà¥à¤ ा परिचय के सà¥à¤¤à¤‚ठजोड़े गठहैं। पदà¥à¤®à¤œà¤¾ और नीरव का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ करना चाहà¥à¤à¤—ा जिनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ इस कारà¥à¤¯ में योगदान दिया है। जनà¤à¤¾à¤—ीदारी की अपेकà¥à¤·à¤¾ रखते हà¥à¤ आपका à¤à¥€ सहयोग […]
दौड़ बदलाव की
यदि मेरे यूठनाक à¤à¥Œà¤‚ सिकोड़ने से आप मà¥à¤à¥‡ सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ जैसा पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ (और जिसे विलà¥à¤ªà¥à¤¤ à¤à¥€ माना जा सकता है) न मान लें तो आज के यà¥à¤µà¤¾ वरà¥à¤— पर मà¥à¤à¥‡ कई मामलों में विसà¥à¤®à¤¯ और नाराज़गी की मिशà¥à¤°à¤¿à¤¤ अनà¥à¤à¥‚ति होती है। लड़के सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤‚ति मशरूम केश सजà¥à¤œà¤¾ के कामिल हैं, कानों में “बिंदास” बालियां […]