डॉ. नारà¥à¤²à¥€à¤•र केवल समीकरणों और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚डीय सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• नहीं थे। वे उस पीढ़ी के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ को सामानà¥à¤¯ जनमानस से जोड़ा।
आगे पढ़ेंअनà¥à¤—ूंज ६: चमतà¥à¤•ार या संयोग?
वैसे तो मैं सरà¥à¤Ÿà¤¿à¤«à¤¾à¤ˆà¤¡ नासà¥à¤¤à¤¿à¤• हूठपर मेटà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤¸ देखने के बाद से मैं इसकी थà¥à¤¯à¥‹à¤°à¥€ का कायल à¤à¥€ हो गया। कई दफा जीवन में à¤à¤¸à¤¾ हो जाता है कि इस बात पर यकीन सा होने लगता है कि जीवन मानो कोई कंपà¥à¤¯à¥‚टर सिमà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¨ हो। à¤à¤®.आई.बी के अंतिम हिसà¥à¤¸à¥‡ में मेरे इस विचार से मिलता जà¥à¤²à¤¤à¤¾ […]
पहला ख़à¥à¤®à¤¾à¤°
पहले पà¥à¤¯à¤¾à¤° की बात चल पड़ी तो मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ पहला पà¥à¤¯à¤¾à¤° याद आ गया। परिणती तक à¤à¤²à¥‡ न पहà¥à¤à¤šà¤¾ हो पर मन में किसी कोने में यादों की महक तो बाक़ी है। किसà¥à¤¸à¤¾ चà¥à¤‚कि नितांत निजी है इसलिठसà¥à¤¨à¤¾ कर बोर नहीं करूà¤à¤—ा। पर यहाठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कर रहा हूठउन दिनों लिखा à¤à¤• गीत। कॉलेज […]
मेहमान का चिटà¥à¤ ाः नितिन
नà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥€ ने मेज़बानी की तीसरी अनà¥à¤—ूà¤à¤œ की, और विषय à¤à¤¸à¤¾ था जिस पर à¤à¤• अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—र लगातार लिखते रहे हैं, “द à¤à¤•ारà¥à¤¨” के रचनाकार, सिंगापà¥à¤° में बसे, नितिन पई। पेशे से दूरसंचार इंजीनियर नितिन à¤à¤• पà¥à¤°à¤–र व मौलिक चिटà¥à¤ ाकार हैं। अपने चिटà¥à¤ े में वे दकà¥à¤·à¤¿à¤£â€ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤ˆ राजनैतिक और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• परिदृशà¥à¤¯ पर खरी खरी लिखतें हैं, […]
आतंक से मà¥à¤–à¥à¤¯à¤§à¤¾à¤°à¤¾ की राह कà¥à¤¯à¤¾ हो?
पà¥à¤°à¥à¤¨à¤µà¤¾à¤¸ का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ केवल हथियार डाल चà¥à¤•े आतंकवादियों के लिठही नहीं वरनॠसमाज के पूरà¥à¤µà¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ के शिकार अनेक वरà¥à¤—ों के परिपà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक है, चाहे वो परितà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ या वà¥à¤¯à¤à¤¿à¤šà¤¾à¤° से पीड़ित महिलाà¤à¤ हों, किनà¥à¤¨à¤°, अपंग, सजा à¤à¥à¤—त चà¥à¤•े अपराधी हों, या à¤à¤¡à¥à¤¸ जैसी कलंकित बीमारियों के पीड़ित। इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤§à¤¾à¤°à¤¾ में शामिल करने, अपने साथ […]
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤²à¥‰à¤— मेला: ३à¥à¤µà¤¾à¤‚ संसà¥à¤•रण
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बà¥à¤²à¥‰à¤— मेला में आपका सà¥à¤µà¤¾à¤—त है। पà¥à¤°à¤•ाशन में देरी के लिठकà¥à¤·à¤®à¤¾ चाहता हूठऔर बिना लाग लपेट शà¥à¤°à¥ करता हूठयह आयोजन: अतà¥à¤² सी.à¤à¤¨.à¤à¤¨ की à¤à¤• ख़बर, जिसमें अमेरिकी पयरà¥à¤Ÿà¤•ों को यà¥à¤°à¥‹à¤ª में परेशानी से बचाने वाले कैनेडियन पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ वाले लिबासों के पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¨ का ज़िकà¥à¤° था, का हवाला देते हà¥à¤ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ के […]
हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—रोल
मà¥à¤à¥‡ याद आता है कि जितेनà¥à¤¦à¥à¤° ने संà¤à¤µà¤¤à¤ƒ सबसे पहले यह कहा था कि बà¥à¤²à¥‰à¤— जगत से सà¥à¤°à¥à¤–ियों की तरह वे हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—रोल जैसा à¤à¥€ कà¥à¤› चाहते हैं। मंतवà¥à¤¯ यह था कि हर चिटà¥à¤ ाकार और उनके पाठकों को नठचिटà¥à¤ ों का पता उसी बà¥à¤²à¥‰à¤— से मिल जाठऔर हर बार टेमà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ से छेड़छाड़ की माथापचà¥à¤šà¥€ […]