आलोक और पद्मजा के बाद अब मेरी बारी हिंदी चिठ्ठों की दुनिया में प्रवेश की। पर भारत पाक की बातचीत की तरह ज्यादा उम्मीदें न रखें। रफ्तार तो नल प्वाईंटर वाली ही रहेगी, बदलेगा तो बस अंदाज़े बयां।
मैं हूँ देबाशीष चक्रवर्ती, पुणे का वासी हूँ, सॉफ्टवेयर बनाना आजीविका का साधन है और ये है नवंबर 2003 में प्रारंभ तकनलाजी, समाज व राजनीति पर नुक्ताचीनी करता हुआ मेरा हिन्दी ब्लॉग। पढ़ें और अपनी राय ज़रूर बतायें। यदि आप मेरे विषय में और जानने को उत्सुक हों तो यहाँ देखें। मुझसे संपर्क करने के लिये यहाँ क्लिक करें।
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