कादम्बिनी में नुक्ता चीनी का ज़िक्र
By देबाशीष • Nov 5th, 2004 • Category: ब्लॉगिस्म, व्यक्तिगतआपने पूछाः कैसा लगता है? ज़ाहिर हैः अच्छा लगता है
आपने पूछाः कैसा लगता है? ज़ाहिर हैः अच्छा लगता है
अक्षरग्राम अनुगूँज – पहला आयोजन एक नज़र मायानगरी मुम्बई के एक अखबार कि सुर्खियों पर। सिनेमा के इश्तहार वाले पृष्ट पर मल्लिका अपने आधे उरोज़ और अधोवस्त्र की नुमाईश कर अपनी नई फिल्म का बुलावा दे रही हैं। पृष्ट पर ऐसे दर्जनों विज्ञापन हैं, औरत मर्द के रिश्तों को नए चश्मे से देखा जा रहा […]