बेशर्म सरकार और नादान आईएसपीज़, शर्म शर्म!

लेकिन हमारे पास भी तोड़ है। बस इतना करें यह पता अपने ब्राउज़र पर टाईप करेंhttp://techbytes.co.in/experimental/bypass.php? url=http:// ब्लॉगस्पॉट, टाईपपैड या जीओसीटीज़ के जालस्थल पा पता आखिर में जोड़ दें। उदाहरणतः mysite.blogspot.com पर जाने के लिये पता होगा http://techbytes.co.in/experimental/bypass.php? url=http://mysite.blogspot.com/ आप तैयार हैं मनचाहा ब्लॉग पढ़ने के लिये। सरकार को ठेंगा! [साभारः अतानू]

पर्सनलाईज़्ड जुगाड़

आप जानते होंगे कि गूगल के परंपरागत गृहपृष्ठ को आप पर्सनलाईज़ यानी अपनी पसंद के मुताबिक ढाल सकते हैं। पहले तो खबरों की फीड, आज का शब्द जैसे मॉड्यूल ही उपलब्ध कराये गये थे पर अब आप गूगल की निर्देशिका से सेंकड़ों ऐसे मॉड्यूल्स में से अपना मनपसंद चुन सकते हैं और उसे अपने पर्सनलाईज़्ड […]

शब्दनिधि : आनलाईन शब्दकोश

हिन्दी की जाल पर बढ़ती लोकप्रियता के साथ एक चीज़ जो लोगों को अक्सर ज़रूरत पढ़ती है वह है अंग्रेज़ी से हिन्दी का शब्दकोश, आनलाईन हो तो क्या कहने। जब बगल में न हो तो मैं स्वयं शब्दकोश डॉट कॉम का ही प्रयोग करता रहा हूँ। काफी समय पहले पंकज ने मुझे एक मुक्त लाईसेंस […]

छा न पाई बदली

टैगिंग का जोर बढ़ता जा रहा है। इस बीच देसीपंडित पर देखा तो पता चला टैगक्लाउड यानी “टैगों की घटा” के बारे में। मज़ेदार चीज़ है, काफी कुछ टेक्नोराती टैग जैसी। अब जब हिंदी ब्लॉगमंडल में ८० से ज्यादा चिट्ठों का जमघट हो गया है तो टैगक्लाउड से ब्लॉगमंडल में चलती बातचीत के लोकप्रिय विषय […]

असाधारण है रियली सिंपल सिंडिकेशन

ब्लॉग जब खूब चल पड़े और चारों और इनके चर्चे मशहूर हो गये तो इसी से जुड़ा एक और तंत्र सामने आया। जिस नाम से यह पहले पहल जाना गया वह ही इसका परिचय भी बन गया। यूं तो आर.एस.एस एक तरह का क्षमल प्रारूप है और इसके बाद आर.डी.एफ, एटम यानि अणु जैसे अन्य […]

बस मानसिकता सरकारी न हो

बड़ी खुशी होती है जानकर कि जिस जावा का प्रयोग मेरे जैसे प्रोग्रामर वेब व मोबाईल एप्पलीकेशन्शस बनाने के लिए करते हैं वही मंगल ग्रह पर स्पिरिट नामक रोवर को भी दौड़ा रहा है। वैसे सारा श्रेय नासा को ही जाना चाहिये, जैसा की गोसलिंग ने कहा, “नासा में लोग वो कर रहें हैं जो […]