प्राकृत भाषा में ब्लॉग की बात करें तो निःसंदेह अगुआई का सेहरा तमिल भाषियों के सर बंधेगा। हिन्दी चिट्ठों के संसार में नई लहर उठे अभी शायद कुछ माह ही हुए हैं, आलोक ने भी तकरीबन १ साल पहले अपना हिन्दी चिट्ठा शुरु किया था, पर तमिल भाषा में कई चिट्ठाकारों ने मिलकर इस आंदोलन को वृहद बना दिया है। सही सही मालूम नहीं कि इनमें से कितने युनिकोड कूटलिखित हैं पर मेरे ख्याल से अधिकांश हैं। इधर मेरी मातृभाषा बांग्ला समेत बाकी सभी भारतीय भाषाओं में चिट्ठों का मेरा गूगल अन्वेशण निरर्थक ही रहा। यदि आप को जानकारी है तो अवश्य बताएँ।

ताज़ा खबर [17 अप्रेल]: एक मराठी ब्लॉग मिला है, मी माझा। और बांग्ला ब्लॉग के शुरुआती कदमों की आहट तो आपने अब तक सुन ही ली होगी।