खबर है कि नासा और गूगल अब मिल कर काम करेंगे, दोनों एक विशाल शोध केंद्र बनाने जा रहे हैं। क्या हमारे लालफीताशाह मुल्क में हम इसरो से यह उम्मीद कर सकते थे कभी?
हाँ भैया आज कल यहाँ यह खबर बहुत गर्म है। गूगल वालों अपने नए पैसो से जो घर खरीदे हैं वह भी देखने लायक हैं। अब तो जब बन जाएगा तो देखेंगे अभी तो खाली मैदान है।
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लेखक के बारे में
देबाशीष चक्रवर्ती
पुणे स्थित एक सॉफ्टवेयर सलाहकार देबाशीष चक्रवर्ती हिन्दी के शुरुवाती चिट्ठाकारों में से एक हैं। वे इंटरनेट पर Geocities के दिनों से सक्रिय रहे हैं, उन्होंने अक्टूबर 2002 में अपना अंग्रेज़ी ब्लॉग नल प्वाइंटर और नवंबर 2003 में हिन्दी चिट्ठा नुक्ताचीनी आरंभ किया। देबाशीष DMOZ पर संपादक रहे हैं। ... [पूरा पढ़ें]
हाँ भैया आज कल यहाँ यह खबर बहुत गर्म है। गूगल वालों अपने नए पैसो से जो घर खरीदे हैं वह भी देखने लायक हैं। अब तो जब बन जाएगा तो देखेंगे अभी तो खाली मैदान है।