अंतर्जाल पर हिन्दी सामग्री की बात हो तो समाचारों स्थलों का हिन्दी में होना भी वाजिब बात थी। कुछ समय पहले तक दैनिक भास्कर, नवभारत टाईम्स जैसे अखबारों के जालस्थल यूनीकोडित न होने की वजह से इन्हें एग्रीगेट कर पाना मुश्किल काम था। दिसंबर में कड़ी अन्वेषी अनुनाद ने सूचना दी थी कि मेधास के […]
शायद आप ये पहले से ही जानते हों, पर मुझे तो आज ही यह पता चला कि दैनिक भास्कर समूह की लोकप्रिय पत्रिका “अहा ज़िंदगी” के हिन्दी व गुजराती अंक जाल पर मुफ्त में उपलब्ध है। पढ़ने के लिये यहाँ जायें, बस एक बार पंजीकरण करना होगा। समूह के और प्रकाशन भी आप यहाँ पढ़ […]
विकीपिडिया एक विशाल मानव निर्मित ज्ञानकोश है, हालांकि हिन्दी विकीपीडिया अभी तुलनात्मक रूप से काफी छोटा है। जब मितुल ने निरंतर के अगस्त अंक में विकीपीडिया पर लेख लिखा तो मेरे मन में यह प्रश्न ज़रूर था कि वेंडेलिस्म यानि विकिपीडिया के पृष्ठों पर सामग्री या तथ्यों को नष्ट या बिगाड़ देने के कार्य पर […]
भारतीय काफी छिद्रान्वेशी होते ही हैं॥ हर सेवा, हर चीज़ पर नाकभौं सिकोड़ना, हर बात में नुक्स निकालना और यहाँ तक की अपने ब्लॉग का नाम और विषय भी नुक्ताचीनी रख लेना। पर और अगर यह सब करने के लिये पैसे भी मिलने लगे तो? “स्वपोषित ब्लॉगविधा” या “व्यावसायिक चिट्ठाकारिता” के समर्थक मेरे कई ब्लॉग […]
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नारद के अस्थाई रूप से बंद होने से हम सभी को ब्लॉक्सीज़न मिलनी बंद हो गई है। ठीक है चिट्ठा विश्व भी है पर यह ब्लॉगडिग्गर की कृपा पर निर्भर रहता है और ब्लॉगडिग्गर महाशय आजकल मनमर्जी से अपडेट होते हैं। आज टेक्नोराती के भ्रमण के दौरान अपने राम को सूझी कि क्यों न उसके […]