अतुल: अब भाई जो बात कम शब्दों में ही वार करे उस पर ज्यादा शब्द क्यों खर्च करा जाय।
अनूपः मेरे प्रयास तो २००२ से चल रहे हैं पर खर्चा ही हुआ है कमाई नहीं।
अंक S1E5: देबाशीष की डेरिंग, आईएएस परीक्षा में सफलता के गुर विजेंद्र सिंह चौहान की जुबानी और शार्क टैंक के निवेशकों के हाथ से छूटे एक सुनहरे सुनहरे मौके का रोचक किस्सा, जो शायद 9 साल बाद शार्क टैंक इंडिया पर दोहराया गया हो। … पूरा पढ़ें...सोपान अंक 5 – डेरिंग, आईएएस, मिस्ड मौका
अंक S1E4: उद्ममी अंकुर वरिकु आगाह कर रहे हैं एक गलती से, जो लोग अक्सर अपने करियर में कर बैठते हैं। चर्चा इंवेन्शन और इन्नोवेशन की, और आविष्कारक आलोक गोविल से पेटेंट विषय पर साक्षात्कार और एक रोचक किस्सा बोर्नियो में बिल्लियों के पेराशूट ड्रॉप का। … पूरा पढ़ें...सोपान अंक 4 – गलती, बिल्लियाँ, इन्नोवेशन
अंक S1E3: नौकरी बदलने का सही समय पता लगाने की अपनी पद्धति साझा कर रहे हैं अनुराग काले। तक्षशिला संस्थान के प्रणय कोटस्थने बता रहे हैं कि Public Policy और इस क्षेत्र में शिक्षा और करियर विकल्प क्या हैं। और चर्चा कुछ धुनी उद्यमियों और वैज्ञानिकों के दिलचस्प सनक की। … पूरा पढ़ें...सोपान अंक 3 […]
तुम भी शुरु कर दो.कुछ प्रयास करो.बताओ सबको.
एक पंक्ति के लेख लिखकर नौदो ग्यारह होने की आलोक भाई की अदा आपने भी अपना ली?
अतुल: अब भाई जो बात कम शब्दों में ही वार करे उस पर ज्यादा शब्द क्यों खर्च करा जाय।
अनूपः मेरे प्रयास तो २००२ से चल रहे हैं पर खर्चा ही हुआ है कमाई नहीं।