डॉ. नारà¥à¤²à¥€à¤•र केवल समीकरणों और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚डीय सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• नहीं थे। वे उस पीढ़ी के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ को सामानà¥à¤¯ जनमानस से जोड़ा।
आगे पढ़ेंशॉबà¥à¤¦à¥‹à¤ƒ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€-असमिया शबà¥à¤¦à¤•ोश
जाल पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में लिखने वालों की तादात लगातार बॠरही है और इसके साथ ही आनलाईन शबà¥à¤¦à¤•ोशों की ज़रूरत à¤à¥€à¥¤ मैंने à¤à¤œà¥ˆà¤•à¥à¤¸ इनेबलà¥à¤¡ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€-हिनà¥à¤¦à¥€ आनलाईन शबà¥à¤¦à¤•ोश शबà¥à¤¦à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ का ज़िकà¥à¤° कà¥à¤› समय पहले किया था। पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚कू, जो कि पहले जà¥à¤žà¤¾à¤¤ असमिया बà¥à¤²à¥‰à¤—र à¤à¥€ हैं, ने सूचना दी है à¤à¤¸à¥‡ ही à¤à¤• और शबà¥à¤¦à¤•ोश के […]
जून 2006 अंतिम सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के सà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤šà¤¿à¤¨à¥à¤¹
मेरा डिलिशीयस पà¥à¤°à¤¾à¤²à¥‡à¤–ागार फीडà¥à¤¸ 2.0à¤à¤• और à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤—ेटर जो आपके पà¥à¤¨à¥‡ की शैली के अनà¥à¤°à¥‚प सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को ढालेगा। टैग: [aggregator feed newreader नà¥à¤¯à¥‚ज़रीडर] विमà¥à¤¬à¤²à¤¡à¤¨ २००६चैमà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¤¨à¤¶à¤¿à¤ª ने पà¥à¤°à¤•ाशित की है खबरों की अपनी आरà¤à¤¸à¤à¤¸ फीड। टैग: [sports tennis wimbledon]
à¤à¤• महाबà¥à¤²à¥‰à¤—र से मà¥à¤²à¤¾à¤•ात
कà¥à¤› दिन पहले अनूप का ईमेल आया, बोले जिन किताबों को à¤à¥‡à¤‚ट करने का वायदा किया था वो देने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ आ रहा हूà¤à¥¤ ज़ाहिर है जिन चिटà¥à¤ ा मितà¥à¤° से अब तक केवल फोन पर बातचीत हà¥à¤ˆ या फिर चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ में ही जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखा हो उनसे मिलने की बात पर मन उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ तो था ही, पर […]
दवा नहीं बैसाखी
मैं तब इंजीनियरिंग के पà¥à¤°à¤¥à¤® वरà¥à¤· में था जब मंडल कमीशन की अनà¥à¤¶à¤‚सा के खिलाफ छातà¥à¤° आंदोलन जोर पकड़ रहे थे। मà¥à¤à¥‡ याद है, तब सीनियरों ने पकड़ पकड़ हम सब को इकटà¥à¤ ा किया था और फिर à¤à¥‡à¥œà¥‹à¤‚ की नाई चल पड़े थे हम “पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨” करने। दोपहर जब पà¥à¤²à¤¿à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾ लाठियाठचलीं तो जिसको जो रासà¥à¤¤à¤¾ […]
जॉल बाचाईये, कॉल बाचाईये!
सरकारी विà¤à¤¾à¤—ों में संदेशों की खास अहमियत है। हर साल का सरकारी बजट, काम करो न करो काम की नà¥à¤®à¤¾à¤ˆà¤¶ करना ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ज़रूरी है। हज़ारों योजनाओं के ज़िकà¥à¤° आपको सरकारी बजट पर पनपते बिलबोरà¥à¤¡, गाà¤à¤µ देहात में घरों और सरकारी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ व सà¥à¤•ूलों की दीवारों और चिकने पृषà¥à¤ वाली पतà¥à¤°à¤¿à¤•ाओं में विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मिलेंगे। […]
यà¥à¤µà¤¾ नेताओं की वाकई ज़रूरत है
विगत पोसà¥à¤Ÿ में राजनीति में यà¥à¤µà¤¾ नेताओं के आगे बà¥à¤¨à¥‡ की बात की तो कà¥à¤› यà¥à¤µà¤¾ तà¥à¤°à¥à¤• याद आ गये। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजनीति कि विडंबना है कि उचà¥à¤š पदों की चà¥à¤¾à¤ˆ à¤à¤µà¤°à¥‡à¤¸à¥à¤Ÿ की चà¥à¤¾à¤ˆ करने जैसा है। जब तक चोटी के नज़दीक पहूà¤à¤šà¤¤à¥‡ हैं शरीर जरà¥à¤œà¤° हो जाता हैं। न जिगर में महतà¥à¤µà¤¾à¤•ांकà¥à¤·à¤¾ रहती है, न […]