शुरुआती ईवी के विपरीत, नए मॉडलों में अक्सर सीलबंद बैटरी पैक होते हैं, जो मरम्मत और रीसाइक्लिंग रोक कर पर्यावरणीय चुनौतियां पैदा करते हैं।
आगे पढ़ेंफिर वही तलाश
वक्त भी कैसे कैसे रंग दिखाये! कुछ साल पहले तक भारतीय मूल के हॉलीवुड फिल्म निर्माता जगमोहन मूँदड़ा अपनी सी ग्रेड फिल्मों के लिये जाने जाते थे। उनकी फिल्मों की पटकथा में कहानी का कम और सेक्स सीन्स का महत्व ज्यादा रहता था। दर्शक ऐसी फिल्मों में “काम के सीन्स” देखने के लिये ही टिकट […]
जुलाई सप्ताह ३ के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह
मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार फ्यूटेफविकिपीडिया की श्रेणीवार खोज करने का औजार। हिन्दी विकिपीडिया खोज लेता तो बढ़िया होता! टैग: [cv futef search+engine wikipedia विकिपीडिया] गूगल एक्सेसिबल सर्चनेत्रहीनों के लिये गूगल का अभिनव प्रयोग जो सहजता से लोड होने वाले पृष्ठों को प्राथमिकता देता है। टैग: [accessible cv google गूगल] ह्यूमनाईज़्ड रीडरब्लॉग एग्रीगेटर जो दिखता है ब्लॉग […]
बेशर्म सरकार और नादान आईएसपीज़, शर्म शर्म!
लेकिन हमारे पास भी तोड़ है। बस इतना करें यह पता अपने ब्राउज़र पर टाईप करेंhttp://techbytes.co.in/experimental/bypass.php? url=http:// ब्लॉगस्पॉट, टाईपपैड या जीओसीटीज़ के जालस्थल पा पता आखिर में जोड़ दें। उदाहरणतः mysite.blogspot.com पर जाने के लिये पता होगा http://techbytes.co.in/experimental/bypass.php? url=http://mysite.blogspot.com/ आप तैयार हैं मनचाहा ब्लॉग पढ़ने के लिये। सरकार को ठेंगा! [साभारः अतानू]
शॉब्दोः अंग्रेज़ी-असमिया शब्दकोश
जाल पर भारतीय भाषाओं में लिखने वालों की तादात लगातार बढ़ रही है और इसके साथ ही आनलाईन शब्दकोशों की ज़रूरत भी। मैंने एजैक्स इनेबल्ड अंग्रेज़ी-हिन्दी आनलाईन शब्दकोश शब्दनिधि का ज़िक्र कुछ समय पहले किया था। प्रियांकू, जो कि पहले ज्ञात असमिया ब्लॉगर भी हैं, ने सूचना दी है ऐसे ही एक और शब्दकोश के […]
जून 2006 अंतिम सप्ताह के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह
मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार फीड्स 2.0एक और एग्रीगेटर जो आपके पढ़ने की शैली के अनुरूप स्वयं को ढालेगा। टैग: [aggregator feed newreader न्यूज़रीडर] विम्बलडन २००६चैम्पियनशिप ने प्रकाशित की है खबरों की अपनी आरएसएस फीड। टैग: [sports tennis wimbledon]
एक महाब्लॉगर से मुलाकात
कुछ दिन पहले अनूप का ईमेल आया, बोले जिन किताबों को भेंट करने का वायदा किया था वो देने स्वयं आ रहा हूँ। ज़ाहिर है जिन चिट्ठा मित्र से अब तक केवल फोन पर बातचीत हुई या फिर चित्रों में ही जिन्हें देखा हो उनसे मिलने की बात पर मन उत्साहित तो था ही, पर […]