डॉ. नार्लीकर केवल समीकरणों और ब्रह्मांडीय सिद्धांतों के वैज्ञानिक नहीं थे। वे उस पीढ़ी के प्रतीक थे, जिन्होंने विज्ञान को सामान्य जनमानस से जोड़ा।
आगे पढ़ेंअब इंटरनेट ही आपका बुद्धु बक्सा भी
भारतीय अर्थव्यवस्था उबाल पर है और फील गुड फैक्टर राजनैतिक विज्ञापनों से निकल हमारे जीवन में ही क्या इंटरनेट पर भी उतर चुकी है, वह भी वेब २ उन्माद की छौंक के साथ। यूट्यूब का देसी संस्करण बनने के इच्छुक तेरा विडियो, तुम ट्यूब और मेरा विडियो के बाद अब बारी है हाल ही में […]
वर्डप्रेस 2.1 पर टैग पल्गइन के पंगे
अगर आप ने हाल ही में वर्डप्रेस 2.1 पर अपग्रेड किया है और आप अल्टीमेट टैग वारीयर या बनी टैग्स पल्गइन का प्रयोग करते हैं तो इस प्रविष्टि को अवश्य पढ़ें। नये वर्डप्रेस की फिलहाल इन दोनों पल्गइन से नहीं बन रही है और जैसे ही कोई आपके पोस्ट पर टिप्पणी करता है आपकी सारी […]
सुन सुना
इस चिट्ठे के नियमित पाठक रेडियो जॉकी बनने की मेरी छुपी अभिलाषा के बारे में पढ़ चुके होंगे, और यह भी कि कैसे मैं अवसर मिलने पर भी यह पूर्ण न कर सका। पर हाल के दिनों में दो ऐसे अवसर मिले जब मुझे श्रव्य माध्यमों पर बोलने का मौका मिला। पहला मौका था रेडियो […]
सप्ताह 04 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह
मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार विकीपीडिया पब्लिक डोमेन चित्र रायल्टी फ्री मुफ्त चित्र पाने का शानदार स्रोत।टैग: [wikipedia images publicdomain] ग्लिफीफ्लोचार्ट, वायरफ्रेम, यूएमएल जैसे रेखांकन आनलाईन तैयार व साझा करने का सरल माध्यम!टैग: [gliffy flowchart uml diagram] विकीसीकअंग्रेज़ी विकीपीडिया के खोज की बढ़िया जुगत!टैग: [wikiseek wikipedia search विकीपीडिया] इंस्टाकैल्कशानदार आनलाईन कैलकुलेटर। सचमुच काफी काम का है!टैग: [instacalc […]
सप्ताह 03 के स्वादिष्ट पुस्तचिन्ह
मेरा डिलिशीयस पुरालेखागार स्पेंड अ मिलियननकली लॉटरी जीतिये और अपनी मनपसंद चीजों पर जी भर कर पैसे उड़ाईये।टैग: [spendamillion fun] वर्ड काउंट जर्नलपगले दिन 1 शब्द लिखें, दूसरे दिन 2। साल के अंत तक हो जायें 66795 शब्द 🙂टैग: [wordcountjournal blog] स्पांसर्ड रीव्यूज़पेपरपोस्ट और रीव्यूमी के बाद ब्लॉगिंग से इमानदार (?) कमाई का एक और […]
हिन्दी समाचार स्थलों से ताज़ा सुर्खियाँ
अंतर्जाल पर हिन्दी सामग्री की बात हो तो समाचारों स्थलों का हिन्दी में होना भी वाजिब बात थी। कुछ समय पहले तक दैनिक भास्कर, नवभारत टाईम्स जैसे अखबारों के जालस्थल यूनीकोडित न होने की वजह से इन्हें एग्रीगेट कर पाना मुश्किल काम था। दिसंबर में कड़ी अन्वेषी अनुनाद ने सूचना दी थी कि मेधास के […]